New Education Policy: एजुकेशन कॉन्क्लेव 2025 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने काहा कि नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत अब केजी से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों को एक समान न्यूनतम समझ के स्तर से जोड़ा जाएगा, जिससे 40% स्कूल ड्रॉपआउट की चुनौती को कम किया जा सके।
इसके साथ ही अर्ली चाइल्डहुड एजुकेशन को भी औपचारिक शिक्षा का भाग बनाया गया है, जिसमें तीन साल के बच्चों को बाल वाटिका और प्ले स्कूल जैसी संरचनाओं से जोड़ा जाएगा।

मातृभाषा में पढ़ाई और दो बार बोर्ड परीक्षा की सुविधा
New Education Policy: शिक्षा मंत्री ने यह भी काहा कि कक्षा 1 से 5 तक बच्चों को अनिवार्य रूप से दो भाषाओं में शिक्षा दी जाएगी, जिनमें से एक मातृभाषा होगी।
इससे बच्चों की नींव दृढ़ होगी। इसके अलावा, 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाएं अब साल में दो बार आयोजित की जाएंगी ताकि विद्यार्थियों पर से दबाव कम हो और वे बेहतर प्रदर्शन कर सकें।
यह नई नीति विद्यार्थियों को जॉब सीकर नहीं, बल्कि जॉब क्रिएटर बनाने की दिशा में अहम कदम है।