अस्पतालों को अब कई पूर्व अनुमोदनों की होगी आवश्यकता
हैदराबाद। अस्पतालों से लेकर चिकित्सा कार्यशालाओं और सेमिनारों तक सर्जरी का सीधा प्रसारण करने की व्यापक प्रथा के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने वैकल्पिक उपायों की वकालत की है, जैसे रिकॉर्ड किए गए वीडियो (Video), वेट लैब, जो सर्जनों को शवों और पशु अंगों पर अभ्यास करने की अनुमति देते हैं, तथा सिमुलेशन-आधारित सर्जरी और प्रक्रियाएं। एनएमसी ने लाइव प्रसारण सर्जरी में भाग लेने के लिए मरीजों को वित्तीय प्रोत्साहन देने पर रोक लगा दी है। अब सर्जरी के लाइव प्रसारण के लिए मरीज की स्पष्ट सहमति लेना भी अनिवार्य है। यदि लाइव सर्जरी/प्रक्रिया से जटिलताएँ उत्पन्न होती हैं, तो मरीज के लिए उसका निःशुल्क प्रबंधन किया जाना चाहिए।
संबंधित संस्थानों से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा
आमतौर पर, अस्पतालों से सेमिनार/कार्यशाला हॉलों तक प्रसारित की जाने वाली अधिकांश सर्जरी, निपुण अंतर्राष्ट्रीय सर्जनों या राष्ट्रीय स्तर के शिक्षण संकाय द्वारा की जाती हैं। अब से, ऐसे आयोजनों के आयोजकों के लिए नियामक प्राधिकरणों और संबंधित संस्थानों से पूर्व अनुमति लेना अनिवार्य होगा। इसके अलावा, प्रक्रिया करने वाले सर्जन को सर्जरी के दौरान सेमिनार में उपस्थित डॉक्टरों से दूर से भी बातचीत नहीं करनी चाहिए। एनएमसी ने यह भी स्पष्ट रूप से कहा है कि लाइव प्रसारण का उद्देश्य केवल शैक्षिक होना चाहिए, तथा इसका उपयोग व्यावसायिक लाभ या सर्जनों, अस्पतालों या उत्पादों के प्रचार के लिए नहीं किया जाना चाहिए।
सुरक्षित विकल्पों की भी सिफारिश
लाइव प्रसारण के लिए उच्च-जोखिम वाली प्रक्रियाओं से बचना चाहिए, संपादित रिकॉर्डिंग को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। आयोग के नैतिकता और चिकित्सा पंजीकरण बोर्ड (ईएमआरबी) ने रिकॉर्ड किए गए वीडियो, वेट लैब, शव-आधारित अभ्यास और सिमुलेशन-आधारित सर्जरी जैसे सुरक्षित विकल्पों की भी सिफारिश की है, क्योंकि इनसे मरीजों को कोई खतरा नहीं होता और साथ ही प्रभावी शिक्षा भी मिलती है।

सर्जरी किसे कहते हैं?
शारीरिक अंगों या ऊतकों की मरम्मत, हटाने या पुनर्स्थापना हेतु चिकित्सकीय प्रक्रिया को सर्जरी कहते हैं। यह प्रक्रिया हाथों के माध्यम से उपकरणों द्वारा की जाती है। इसमें शरीर में चीरा लगाकर रोग, चोट या विकृति को ठीक किया जाता है।
सर्जरी कितने प्रकार की होती है?
मुख्यतः surgery को सामान्य, न्यूरो, कार्डिएक, ऑर्थोपेडिक, प्लास्टिक, लेप्रोस्कोपिक, और आपातकालीन श्रेणियों में विभाजित किया जाता है। इसके अलावा कैंसर, नेत्र, डेंटल और कॉस्मेटिक surgery भी शामिल हैं। तकनीक के विकास से रोबोटिक और मिनिमली इनवेसिव surgery भी लोकप्रिय हुई हैं।
सर्जरी की उत्पत्ति कैसे हुई?
प्राचीन काल में surgery की शुरुआत आयुर्वेदाचार्य सुश्रुत द्वारा मानी जाती है, जिन्होंने “सुश्रुत संहिता” में शल्यचिकित्सा के विस्तार से उल्लेख किया। वह दुनिया के पहले सर्जन माने जाते हैं। उनकी विधियों ने आगे चलकर आधुनिक सर्जरी की नींव रखने में योगदान दिया।
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