उत्तर प्रदेश सरकार ने मुश्किल हालात में जी रहे बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना शुरू की है, जिसमें हर महीने 4,000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है. पात्रता में आय सीमा और जरूरी डॉक्यूमेंट्स शामिल हैं।
- उत्तर प्रदेश सरकार ने ऐसे बच्चों के लिए एक खास योजना शुरू की है जो मुश्किल हालात में अपना जीवन बिता रहे हैं. स्पॉन्सरशिप योजना के तहत, राज्य सरकार बच्चों को हर महीने 4,000 रुपये की आर्थिक मदद देती है. यह मदद बच्चों की पढ़ाई, खाना, कपड़े और अन्य जरूरी चीजों के लिए दी जाती है. इस योजना का लाभ उन बच्चों को मिलेगा जिनके माता-पिता अब इस दुनिया में नहीं हैं, कुछ के माता-पिता गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, या फिर वे अलग हो चुके हैं. कई बच्चे बेघर हैं या फुटपाथ पर रह रहे हैं. इसके अलावा, कुछ बच्चों को बाल मजदूरी, भिक्षावृत्ति या बाल विवाह जैसे खतरों से बचाया गया है. इन बच्चों के लिए यह योजना एक सहारा बन सकती है।
क्या है योजना की पात्रता?
- इस योजना का लाभ केवल उन्हीं बच्चों को मिलेगा जिनके परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है. यदि कोई बच्चा ग्रामीण इलाके से है, तो उसके परिवार की सालाना आमदनी 72,000 रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए. शहरी इलाके के बच्चों के लिए यह सीमा 96,000 रुपये है. हालांकि, अगर बच्चे के माता-पिता दोनों इस दुनिया में नहीं हैं, तो आय सीमा का नियम लागू नहीं होता है।
कैसे करें आवेदन
- इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ जरूरी डॉक्यूमेंट्स देने होते हैं. इनमें बच्चे और माता-पिता का आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, आयु प्रमाण पत्र, माता-पिता की मृत्यु का प्रमाण पत्र और स्कूल में पढ़ाई का प्रमाण पत्र शामिल है. आवेदन करने के बाद अधिकारियों द्वारा जांच की जाती है और फिर बच्चे को हर महीने सहायता मिलनी शुरू हो जाती है।
- आशा की एक नई किरण
- वन स्टॉप वन सेंटर की प्रभारी अधिकारी चांद बी के अनुसार, सरकार का उद्देश्य यह है कि कोई भी बच्चा सिर्फ अपनी परिस्थितियों के कारण अपनी पढ़ाई और बचपन से वंचित न रहे. इस योजना से उन बच्चों को सहारा मिल रहा है जिनकी परिस्थितियां बहुत मुश्किल हैं. यह योजना बच्चों के लिए एक नई उम्मीद बन सकती है जो जीवन की कठिनाइयों से जूझ रहे हैं और इसे एक नया दिशा देती है।