हैदराबाद : दुस्साहस का परिचय देते हुए सात आरोपियों ने सीएम राहत कोष (Chief Minister Relief Fund)को ही चूना लगा दिया। उनकी हिम्मत की दाद देनी होगी। इसी मामले में जुबली हिल्स पुलिस (Jubilee Hills Police) ने मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) से 8,71,000 रुपए की हेराफेरी से जुड़े एक आपराधिक षडयंत्र के सिलसिले में सात आरोपियों (फर्जी लाभार्थियों) को गिरफ्तार किया है।
आरोपियों ने सरकार के साथ-साथ वास्तविक पीड़ितों को धोखा दिया
अपने कृत्यों से, आरोपियों ने सरकार के साथ-साथ राहत के हकदार वास्तविक पीड़ितों और लाभार्थियों को भी धोखा दिया। गिरफ्तार आरोपियों में पोटला रवि (46, जनगामा नागराजू (40, मतेती भास्कर (33), धर्माराम राजू (50), कम्पल्ली संतोष (35), चित्याला लक्ष्मी (65), असम्पेल्ली लक्ष्मी शामिल है। इन आरोपियों की पहचान फर्जी लाभार्थियों के रूप में की गई है, जिन्होंने धोखाधड़ी से स्वीकृत सीएमआरएफ चेक अपने निजी खातों में जमा करवाए और बाद में धनराशि निकाल ली।
एक आपराधिक षडयंत्र को आगे बढ़ाते हुए, उन्होंने सीएमआरएफ के तहत स्वीकृत राशि का दुरुपयोग अपने गलत लाभ के लिए किया, जिससे सरकार को धोखा मिला और वास्तविक पीड़ितों व लाभार्थियों को वंचित होना पड़ा।
हैदराबाद के जुबली हिल्स पुलिस स्टेशन में दर्ज हुई एफआईआर
इस संबंध में, हैदराबाद के जुबली हिल्स पुलिस स्टेशन में सीआरपीसी संख्या 254/2024, 273/2024, 284/2024, 470/2025 और 476/2025 के तहत मामले दर्ज किए गए हैं। भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 409, 417, 419, 467 और 120(बी) तथा सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66(सी) के तहत अपराध दर्ज किए गए हैं। जुबली हिल्स, हैदराबाद के पुलिस निरीक्षक, एम. सत्यनारायण द्वारा जाँच की जा रही है। जुबली हिल्स के पुलिस निरीक्षक (डिटेक्टिव निरीक्षक) ने अपने कर्मचारियों की सहायता से, अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया।
सभी आरोपी करीमनगर जिले के मूल निवासी
पूछताछ के दौरान, गिरफ्तार व्यक्तियों ने अपराधों में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। गिरफ्तार सभी आरोपी गोदावरीखानी (गाँव), पेडापल्ली (जिला), करीमनगर के मूल निवासी हैं। पुलिस की अपराधों में शामिल अन्य व्यक्तियों की पहचान के लिए आगे की जाँच जारी है। गबन की गई धनराशि की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं। अन्य अभियुक्तों की पहचान कर ली गई है, लेकिन वे वर्तमान में फरार हैं। उन्हें पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
इसके पहले बीते 15 जुलाई को मुख्य आरोपी जोगुला नरेश कुमार, बालागोनी वेंकटेश, कोरलापति वामशी, पुलिपका ओमकार को गिरफ्तार किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। उन्होंने आपराधिक षड्यंत्र रचकर मुख्यमंत्री राहत कोष (सीएमआरएफ) के तहत स्वीकृत धनराशि का दुरुपयोग अपने गलत लाभ के लिए किया।
मुख्य आरोपी जोगुला नरेश कुमार मंत्री के कार्यालय में काम करते हुए की हेराफेरी
पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी जोगुला नरेश कुमार मंत्री के कार्यालय में काम करते हुए सीएमआरएफ चेक तक अपनी पहुँच का दुरुपयोग किया। वर्ष 2023 के चुनावों और बीआएस सरकार की हार के बाद मुख्य आरोपी ने अवैध रूप से 230 स्वीकृत लेकिन वितरित नहीं किए गए चेक अपने कब्जे में ले लिए। आरोपियों ने उन आवेदकों को जारी किए गए 19 चेकों की पहचान की, जिन्होंने अनुवर्ती कार्रवाई नहीं की थी, और उन्हें जाली विवरणों का उपयोग करके समान नामों वाले रोड नंबर: 05 जुबलीहिल्स, एसबीआई शाखा में एसबीआई खातों में जमा कर दिया।
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