हैदराबाद त्रासदी के बाद की निवारक कार्रवाई की मांग
संगारेड्डी। हैदराबाद के सिगाची इंडस्ट्रीज विस्फोट (Sigachi Industries Blast) में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए मुआवजे की मांग करते हुए तेलंगाना उच्च न्यायालय में जनहित याचिका दायर करने वाले गैर सरकारी संगठन साइंटिस्ट्स फॉर पीपल ने अब केंद्र और गुजरात सरकार (Gujarat Govt.) को पत्र लिखकर 30 जून की त्रासदी की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए गुजरात में कंपनी की दो इकाइयों में तत्काल सुरक्षा निरीक्षण करने का आग्रह किया है।
निर्माण इकाइयों में बढ़ाए गए सुरक्षा उपाय
एनजीओ ने अपना पत्र फैक्ट्री एडवाइस सर्विस और लेबर इंस्टीट्यूट के महानिदेशक आलोक मिश्रा, गुजरात के प्रमुख सचिव विनोद राव और औद्योगिक सुरक्षा एवं स्वास्थ्य निदेशक पीएम शाह को संबोधित किया। इसमें चिंता जताई गई है कि सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कोई भी साक्ष्य यह नहीं दर्शाता है कि कंपनी ने हैदराबाद विस्फोट के बाद, जिसमें 54 लोगों की जान चली गई और कई अन्य घायल हो गए, गुजरात स्थित अपनी माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज (एमसीसी) निर्माण इकाइयों में सुरक्षा उपाय बढ़ाए हैं या कोई जोखिम आकलन किया है।
जोखिमों की पहचान करने और उन्हें कम करने में करेगा मदद
साइंटिस्ट्स फॉर पीपल ने कहा कि इस बात का भी कोई संकेत नहीं है कि गुजरात में राज्य प्राधिकारियों ने इन इकाइयों में परिचालन सुरक्षा और पर्यावरण सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निरीक्षण शुरू किया है या कोई विशिष्ट कार्रवाई करने का आदेश दिया है। हैदराबाद विस्फोट के बाद, एनजीओ ने सिगाची इंडस्ट्रीज के प्रबंधन और गुजरात सरकार, दोनों से माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज़ को दहनशील धूल के रूप में वर्गीकृत करने और गुजरात संयंत्रों में एक व्यापक धूल जोखिम विश्लेषण (डीएचए) करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि डीएचए उन जोखिमों की पहचान करने और उन्हें कम करने में मदद करेगा जो अन्यथा विनाशकारी घटनाओं का कारण बन सकते हैं।

सिगाची इंडस्ट्रीज क्या करती है?
औषधीय और पोषण उत्पादों में काम करने वाली यह कंपनी माइक्रोक्रिस्टलाइन सेलुलोज़ जैसे यौगिकों का निर्माण करती है। इसके उत्पाद दवाओं, न्यूट्रास्युटिकल्स और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में उपयोग होते हैं।
क्या सिगाची इंडस्ट्रीज कर्ज मुक्त है?
वित्तीय रूप से मजबूत मानी जाने वाली यह कंपनी पूरी तरह कर्जमुक्त नहीं है, लेकिन इसका कर्ज बहुत ही कम है। इसका ऋण अनुपात 0.24 के आसपास है, जो सुरक्षित श्रेणी में आता है।
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