Nigeria में बंदूकधारियों का खूनी हमला, कम से कम 40 लोगों की बेरहमी से हत्या
अप्रैल 2025, अबुजा:
अफ्रीकी देश Nigeria एक बार फिर भयावह हिंसा का गवाह बना है। बंदूकधारियों के एक गिरोह ने रविवार देर रात देश के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के एक गांव पर धावा बोल दिया, जिसमें कम से कम 40 लोगों की जान चली गई। हमलावरों ने गांव में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की और दर्जनों मकानों को आग के हवाले कर दिया।
कहां हुआ हमला?
यह हिंसक हमला Nigeria के कदुना राज्य के एक छोटे से गांव डोगोन नामा में हुआ, जो लंबे समय से सशस्त्र संघर्ष और जातीय झड़पों से जूझ रहा है। चश्मदीदों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हमलावर रात करीब 11 बजे गांव में दाखिल हुए और लोगों को सोते हुए निशाना बनाया।
चश्मदीदों की कहानी
एक स्थानीय निवासी ने बताया:
“हम सो रहे थे तभी गोलियों की आवाजें आने लगीं। हमने जैसे-तैसे बच्चों को लेकर झाड़ियों में छिपकर जान बचाई। पर कई लोगों को मौका ही नहीं मिला।”
एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि मकानों में आग लगाकर लोगों को जिंदा जला दिया गया।
हमलावर कौन थे?
अधिकारियों के अनुसार, हमला स्थानीय सशस्त्र गिरोहों (bandits) द्वारा किया गया, जो लंबे समय से इस क्षेत्र में फसलें लूटने, फिरौती के लिए अपहरण और सांप्रदायिक हिंसा फैलाने में लगे हैं। यह गिरोह जंगलों में छिपे रहते हैं और आए दिन रिहायशी इलाकों पर हमले करते हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
राज्य सरकार ने इस हमले को “क्रूर और अमानवीय कृत्य” बताया है। कदुना के गवर्नर ने शोक व्यक्त करते हुए कहा:
“यह Nigeria के नागरिकों पर हमला है। दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।”
हमले के बाद सुरक्षा बलों को मौके पर भेजा गया है और बचाव कार्य जारी है। हालांकि, दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण राहत कार्य में काफी दिक्कतें आ रही हैं।
Nigeria में ऐसी घटनाएं क्यों बढ़ रही हैं?
Nigeria में हाल के वर्षों में बंदूकधारी गिरोहों की हिंसा में तेजी आई है। देश के उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी हिस्से बोको हराम, इस्लामिक स्टेट पश्चिम अफ्रीका (ISWAP) और स्थानीय डाकू गिरोहों के निशाने पर रहते हैं।
इन हिंसाओं के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
- सांप्रदायिक तनाव और जातीय संघर्ष
- प्रशासनिक ढील और सीमित सुरक्षा व्यवस्था
- गांवों में असुरक्षा और बेरोजगारी
- कृषि भूमि के लिए आपसी टकराव
क्या है अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया?
अब तक इस हमले पर संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों की तीखी प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने इस कृत्य को ‘मानवता के खिलाफ अपराध’ बताया है और Nigeria ई सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की है।
आगे क्या?
- जांच एजेंसियां हमलावरों की पहचान में जुटी हैं।
- क्षेत्र में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है।
- सरकार ने पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और पुनर्वास की घोषणा की है।
Nigeria में हुई यह दर्दनाक घटना एक बार फिर दुनिया को अफ्रीका के भीतर छिपे गंभीर मानवीय संकट की ओर ध्यान आकर्षित कर रही है। जहां विकास की बातें हो रही हैं, वहीं कुछ इलाकों में अब भी लोग खौफ और असुरक्षा में जीने को मजबूर हैं।