National : मुस्लिम धर्मगुरु की वजह से यमन में टली निमिषा की फांसी?

By Anuj Kumar | Updated: July 18, 2025 • 1:36 PM

निमिषा (Nimisha) के परिवार ने ब्लड मनी (Blood Money) के तौर पर लगभग 8.6 करोड़ रुपये की पेशकश की थी, लेकिन तलाल के परिवार ने इसे ठुकरा दिया। पीड़ित परिवार ने किसी भी तरह की माफी या मुआवजे से इनकार किया है।

केरल की नर्स निमिषा प्रिया की यमन (Yaman) में 16 जुलाई को होने वाली फांसी को आखिरी क्षणों में टाल दिया गया। इस मामले में भारत के ग्रैंड मुफ्ती और केरल के सुन्नी नेता कंथापुरम एपी अबूबकर मुसलियार की मध्यस्थता को अहम माना जा रहा है। हालांकि भारत सरकार ने इस संबंध में कोई जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया है। इसके साथ ही भारत सरकार ने कहा कि वह भारतीय नर्स निमिषा प्रिया के मामले में “पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान” तक पहुंचने के लिए यमन के अधिकारियों के साथ-साथ कुछ मित्र देशों की सरकारों के संपर्क में है।

और समय दिलाने की कोशिश में भारत सरकार

38 वर्षीय निमिषा प्रिया को हत्या के एक मामले में मौत की सुजा सुनाई गई है। उसे 16 जुलाई को मौत की सजा दी जानी थी, लेकिन भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद इसे टाल दिया गया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि सरकार निमिषा प्रिया के परिवार को और अधिक समय दिलाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है ताकि वह यमन निवासी व्यक्ति के परिवार के साथ किसी प्रकार का समझौता तक पहुंच सके जिसकी हत्या के लिए प्रिया को दोषी ठहराया गया है।

फांसी टलवाने में ग्रैंड मुफ्ती मुसलियार की भूमिका?

जायसवाल ने प्रिया की मौत की सजा को स्थगित करने में ग्रैंड मुफ्ती एपी अबूबकर मुसलियार की कथित भूमिका पर पूछे गए प्रश्न का उत्तर देने से इनकार कर दिया। केरल के सुन्नी धर्मगुरु ने कहा था कि उन्होंने प्रिया के परिवार की ओर से उसकी मौत की सजा को रोकने के लिए प्रमुख यमनी विद्वानों से बात की थी। जायसवाल ने कहा, “जहां तक आपके द्वारा उल्लिखित व्यक्ति की भूमिका का सवाल है, तो मेरे पास इस संबंध में साझा करने के लिए कोई जानकारी नहीं है।”
खबरों के अनुसार, 94 वर्षीय केरल के ग्रैंड मुफ्ती मुसलियार ने यमन के प्रमुख सूफी विद्वान शेख हबीब उमर बिन हाफिज के जरिए तलाल के परिवार से बातचीत शुरू की। सुन्नी आस्था के आधार पर हुई इस मध्यस्थता के बाद पीड़ित परिवार ने फांसी को अस्थायी रूप से टालने पर सहमति जताई। मुसलियार के सहयोगी हुसैन साकाफी ने बताया कि शेख हबीब ने अपने छात्रों को तलाल के परिवार से मिलने भेजा, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।

सना की जेल में बंद निमिषा

प्रिया वर्तमान में यमन की राजधानी सना की जेल में बंद है, जो ईरान समर्थित हूतियों के नियंत्रण में है। जायसवाल ने यहां एक प्रेस वार्ता में कहा, “यह एक संवेदनशील मामला है और भारत सरकार इस मामले में हरसंभव सहायता कर रही है।” केरल के पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे की रहने वाली नर्स प्रिया को जुलाई 2017 में एक यमनी नागरिक की हत्या का दोषी करार दिया गया है। यमन की शीर्ष न्यायिक परिषद ने 2023 में उसकी अपील खारिज कर दी।

निमिषा प्रिया की मां कौन है?

निमिषा की मां प्रेमकुमारी ने दिसंबर 2023 में दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर केंद्र से अपनी बेटी से मिलने की अनुमति मांगी थी। याचिका में कहा गया था कि महदी के साथ उनके रिश्ते समय के साथ खराब होते गए, क्योंकि महदी ने कथित तौर पर उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और क्लिनिक का सारा राजस्व हड़प लिया।

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