Noida में इंजीनियर पत्नी की हत्या, पति पर शक था

Noida में इंजीनियर पत्नी की हत्या, पति पर शक था

Noida: इंजीनियर पत्नी के चरित्र पर शक करता था पति, झगड़े के बाद दे दी खौफनाक मौत

Noida से एक सनसनीखेज और दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, जहाँ पति ने अपनी इंजीनियर पत्नी की हत्या कर दी। पति को लंबे समय से पत्नी के चरित्र पर शक था और इसी वजह से दोनों के बीच लगातार झगड़े होते थे। आखिरकार बात इतनी बिगड़ गई कि एक दिन झगड़े के बाद पति ने खौफनाक तरीके से पत्नी की जान ले ली।

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Noida में इंजीनियर पत्नी की हत्या, पति पर शक था

कौन थी पीड़िता?

मृतका की पहचान रीमा शर्मा (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है, जो एक प्राइवेट फर्म में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्यरत थीं। वह और उनके पति पिछले 4 वर्षों से Noida के सेक्टर-121 में एक फ्लैट में रह रहे थे। शादी को 6 साल हुए थे, लेकिन पिछले कुछ सालों से दोनों के बीच रिश्ते बेहद तनावपूर्ण हो चुके थे।

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आरोपी पति कौन है?

आरोपी पति राजीव (बदला हुआ नाम) एक निजी कंपनी में काम करता है। पुलिस के अनुसार, राजीव को अपनी पत्नी पर किसी सहकर्मी से संबंध होने का शक था। वह अक्सर बिना किसी ठोस सबूत के रीमा से बहस करता था, जिससे घर में तनाव का माहौल बना रहता था।

हत्या की रात क्या हुआ?

पुलिस के अनुसार, घटना वाली रात दोनों के बीच एक बार फिर से तीखी बहस हुई। गुस्से में आकर पति ने पत्नी का गला दबाकर हत्या कर दी। घटना के तुरंत बाद उसने खुद पुलिस को कॉल करके अपना गुनाह कबूल किया।

थाना प्रभारी ने बताया:

“आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने हत्या करना स्वीकार किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और केस की जांच जारी है।”

पड़ोसियों का क्या कहना है?

पड़ोसियों का कहना है कि दंपति के बीच अक्सर झगड़े की आवाज़ें आती थीं, लेकिन किसी ने कभी अंदाज़ा नहीं लगाया था कि बात हत्या तक पहुंच जाएगी।

हमने कई बार समझाया था, लेकिन दोनों अपनी दुनिया में खोए रहते थे,” – एक पड़ोसी ने बताया।

घरेलू हिंसा और मानसिक तनाव

यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है कि शादीशुदा रिश्तों में बढ़ते अविश्वास, घरेलू हिंसा और मानसिक तनाव को किस तरह से नजरअंदाज किया जा रहा है। कई बार छोटी-छोटी बातों को समय रहते सुलझा लिया जाए तो इस तरह के खतरनाक अंजाम रोके जा सकते हैं।

Noida की यह घटना केवल एक हत्या नहीं है, बल्कि यह समाज के उस स्याह पहलू को उजागर करती है, जहाँ शक और अविश्वास की दीवारें रिश्तों को तोड़ देती हैं। समाज को जागरूक होने की ज़रूरत है कि मानसिक स्वास्थ्य, आपसी विश्वास और संवाद ही किसी भी रिश्ते की नींव होते हैं।

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