North Korea ने नए युद्धपोत से दागी मिसाइलें, किम की परमाणु धमकी से बढ़ा तनाव
North Korea ने एक बार फिर दुनिया को चौंका दिया है।
इस बार किम जोंग उन ने अपने नए युद्धपोत से मिसाइलें दागकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हलचल मचा दी है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब एशिया और यूरोप पहले से ही भू-राजनीतिक तनाव से जूझ रहे हैं।
नए युद्धपोत से हुआ परीक्षण
- उत्तर कोरिया ने जिस युद्धपोत से मिसाइलें दागीं, वह हाल ही में नौसेना में शामिल किया गया है।
- यह पोत आधुनिक रडार, लंबी दूरी की मिसाइल लॉन्चिंग प्रणाली और इलेक्ट्रॉनिक जामिंग सिस्टम से लैस है।
- परीक्षण के दौरान, दो मिसाइलें जापान सागर की दिशा में छोड़ी गईं, जिनकी रेंज लगभग 800 किलोमीटर बताई जा रही है।
- परीक्षण के तुरंत बाद, किम जोंग उन ने इसे “शक्ति का प्रतीक“ बताया।

किम जोंग उन का परमाणु बयान
- मिसाइल परीक्षण के बाद किम ने एक बयान में कहा: “उत्तर कोरिया की संप्रभुता को चुनौती देने वालों को परमाणु हमलों से जवाब दिया जाएगा।”
- यह बयान सीधे तौर पर अमेरिका, दक्षिण कोरिया और जापान को चेतावनी देने जैसा है।
- उन्होंने कहा कि युद्धपोतों को अब परमाणु मिसाइल से भी लैस किया जाएगा।
वैश्विक प्रतिक्रिया
- अमेरिका ने North Korea के इस कृत्य की निंदा की है और इसे “उकसावे वाली कार्रवाई“ बताया है।
- जापान और दक्षिण कोरिया ने मिलकर एक इमरजेंसी सुरक्षा बैठक की।
- संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई और उत्तर कोरिया को संयम बरतने की सलाह दी।
क्या बढ़ेगा युद्ध का खतरा?
- रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि यह कदम केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं बल्कि दबाव बनाने की रणनीति भी हो सकती है।
- अमेरिका और दक्षिण कोरिया द्वारा हाल ही में किए गए संयुक्त सैन्य अभ्यास से किम जोंग उन नाराज थे।
- इसके जवाब में ही उन्होंने यह परीक्षण किया ताकि दुनिया को अपने इरादों का संकेत दे सकें।
अंतरराष्ट्रीय बाजार पर असर
- इस परीक्षण के बाद एशियाई शेयर बाजारों में गिरावट देखी गई।
- क्रूड ऑयल की कीमतें भी बढ़ गई हैं क्योंकि क्षेत्र में युद्ध जैसी स्थिति बन सकती है।
- निवेशकों में डर का माहौल बन गया है, खासकर दक्षिण कोरिया और जापान के बाजारों में।

भारत की नजर
- भारत ने इस घटना पर चुप्पी साध रखी है लेकिन विदेश मंत्रालय सतर्क है।
- भारत पहले भी उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम की आलोचना कर चुका है।
- सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत को अपनी सीमाओं पर भी ध्यान रखना होगा, क्योंकि इस तरह की घटनाएं वैश्विक अस्थिरता को बढ़ाती हैं।
North Korea का यह मिसाइल परीक्षण सिर्फ एक सैन्य कदम नहीं,
बल्कि वैश्विक राजनीति के लिए एक गंभीर चेतावनी है।
किम जोंग उन का यह बयान कि परमाणु हथियार उत्तर कोरिया की सुरक्षा की गारंटी हैं,
पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय है।
अब यह देखना होगा कि अमेरिका और उसके सहयोगी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं।
क्या बातचीत का रास्ता खुलेगा या एक और संकट गहराएगा?