नॉर्थ कोरिया सैनिक: नॉर्थ कोरिया ने 28 अप्रैल को पुष्टि की कि उसने रूस के कुर्स्क प्रदेश में फौज तैनात किए थे, जो यूक्रेन द्वारा कब्जे में लिया गया था। यह पहला मौका है जब नॉर्थ कोरिया ने अपनी सेना के रूस में तैनात होने की आधिकारिक तौर पर प्रमाण की है। इस कदम से स्पष्ट होता है कि रूस और नॉर्थ कोरिया की सैन्य हिस्सेदारी और गहरी हो गई है।
नॉर्थ कोरिया की सैन्य तैनाती का महत्व
रूसी सीमा प्रदेश कुर्स्क में नॉर्थ कोरिया के सैनिकों की तैनाती ने एक नई रणनीतिक दिशा अपनाई है। नॉर्थ कोरिया की सरकारी न्यूज एजेंसी KCNA ने इस बात की प्रमाण की कि नॉर्थ कोरिया के सैनिकों ने रूस के अंकुश में लौटने के लिए यूक्रेन के कब्जे वाले स्थान को मुक्त करने में सहायता की।

रूस और नॉर्थ कोरिया के बीच यह सैन्य सहयोग दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंध को दर्शाता है। साउथ कोरिया और पश्चिमी देशों की खुफिया एजेंसियों ने पहले ही अंदाजा लगाया था कि नॉर्थ कोरिया ने 10,000 से अधिक सैनिक रूस भेजे थे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा प्रस्तावों का उल्लंघन
इस तैनाती के बाद, साउथ कोरिया के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नॉर्थ कोरिया की सेना की तैनाती संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन करती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि नॉर्थ कोरिया और रूस ने इस तैनाती के बारे में पहले से सहमति बनाई थी और इसे सर्वसाधारण करने के फैसले पर एकजुट थे।
रूस का विजय दिवस समारोह
अब, यह सवाल उठ रहा है कि क्या किम जोंग उन 9 मई को रूस के विजय दिवस समारोह में सम्मिलित होंगे। यह समारोह नाजी जर्मनी की हार की 80वीं सालगिरह के मौके पर संगठित किया जा रहा है, जिसमें राष्ट्रपति पुतिन का संबोधन और विशाल फौज परेड होगी।