Home Loan : 30 लाख के होम-लोन पर अब हर महीने 1000 बचेंगे

By Surekha Bhosle | Updated: June 10, 2025 • 11:01 AM

चार सरकारी बैंकों के लोन सस्ते हो गए हैं। RBI की ओर से रेपो रेट में की गई 0.50% की कटौती के बाद इन सरकारी बैंकों ने भी अपनी रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) को 0.50% कम कर दिया है। इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, यूको बैंक और बैंक ऑफ इंडिया शामिल है।

पंजाब नेशनल बैंक

पंजाब नेशनल बैंक ने बताया कि उसके होम लोन की दर 7.45% से शुरू होगी। पहले ये दर 8% से शुरू होती थी।

वहीं व्हीकल लोन का इंटरेस्ट रेट अब 7.80% से शुरू होगा। अन्य तीन बैंकों ने अभी अपनी नई दरें अपडेट नहीं की है। बस RLLR घटाने की जानकारी दी है।

ताजा कटौती के बाद पीएनबी के 20 साल के ₹30 लाख के लोन पर ईएमआई 1017 रुपए घट जाएगी। इसी तरह 30 साल के 30 लाख के लोन पर ईएमआई 1139 रुपए घट जाएगी।

नए और मौजूदा ग्राहकों दोनों को इसका फायदा मिलेगा।

बैंक ऑफ बड़ौदा ने RLLR घटाकर 8.35% की

नए लोन लेने वालों के लिए: अगर आप नया होम लोन, ऑटो लोन लेने की सोच रहे हैं, तो अब आपको कम ब्याज देना होगा। उदाहरण के लिए, बैंक ऑफ बड़ौदा में नए होम लोन की ब्याज दर पहले 8% से शुरू होती थी अब ये घटकर करीब 7.50% हो जाएगी।

पुराने लोन वालों के लिए: जिन लोगों ने पहले से RLLR से जुड़ा फ्लोटिंग रेट होम लोन लिया है, उनकी ब्याज दर भी अगले रीसेट पीरियड में कम हो जाएगी।

इससे या तो उनकी EMI कम होगी, या लोन की अवधि घट जाएगी। अगर लोन फिक्स्ड रेट से जुड़ा है, तो फायदा नहीं मिलेगा।

अगर रेपो रेट कम होता है, तो RLLR भी घट जाता है

RLLR के आधार पर बैंक अपने लोन की ब्याज दर तय करते हैं। अगर रेपो रेट कम होता है, तो RLLR भी कम हो जाता है, और लोन की ब्याज दरें भी घट जाती हैं। RLLR में बैंक रेपो रेट के ऊपर अपना एक मार्जिन जोड़ता है, ताकि उनके खर्चे और मुनाफा कवर हो सके।

उदाहरण:

1. क्या पुराने और नए लोन दोनों पर समान फायदा मिलेगा?

RBI के नियमों के मुताबिक, फ्लोटिंग रेट लोन को रेपो रेट के हिसाब से समय-समय पर रीसेट करना जरूरी है। इसका मतलब है कि जिन लोगों ने पहले से लोन लिया है, उनकी ब्याज दर अपने आप कम हो जाएगी, क्योंकि बैंक को रेपो रेट के घटने का फायदा देना पड़ता है।

लेकिन, नए लोन लेने वालों को शायद पूरा फायदा न मिले। ऐसा इसलिए, क्योंकि बैंक अपने मुनाफे को बचाने के लिए रेपो रेट के ऊपर जो अतिरिक्त मार्जिन यानी, स्प्रेड जोड़ते हैं, उसे बढ़ा सकते हैं।

2. क्या पुराने लोन वाले फिक्स्ड से फ्लोटिंग में स्विच कर सकते हैं?

RBI ने रेपो रेट को 0.50% घटाकर 5.50% किया था

Read more: Home Loan पर अब 4.63 लाख तक की होगी बचत! जानें कैसे

#Home Loan Breaking News In Hindi Headlines in Hindi Hindi News Hindi News Headlines Hindi News Live Hindi Samachar hindi Vaartha Latest news in Hindi News in Hindi today hindi vaartha news today news ताज़ा ख़बर ब्रेकिंग न्यूज़ हिन्दी समाचार