8,200 करोड़ छात्रों का बकाया
खम्मम। प्रगतिशील लोकतांत्रिक छात्र संघ (पीडीएसयू) के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को यहां उपमुख्यमंत्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क (Deputy Chief Minister Mallu Bhatti Vikramarka) और मंत्री थुम्माला नागेश्वर राव के कार्यालयों का घेराव किया और लंबित छात्रवृत्ति और शुल्क प्रतिपूर्ति बकाया (Fee Reimbursement Arrears) के तत्काल भुगतान की मांग की। पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारी छात्रों को हिरासत में लेकर स्थानीय पुलिस थाने ले जाने के कारण कुछ देर के लिए तनाव व्याप्त हो गया।
बिना समझौता किए संघर्ष के लिए रहें तैयार : पीडीएसयू
विरोध प्रदर्शन के दौरान बोलते हुए पीडीएसयू के जिला महासचिव वांगुरी वेंकटेश ने छात्रों से आह्वान किया कि वे कांग्रेस सरकार की छात्र कल्याण के प्रति उपेक्षा के खिलाफ बिना समझौता किए संघर्ष के लिए तैयार रहें। वेंकटेश ने कहा, ‘सरकार 18 महीने से सत्ता में होने के बावजूद इस मुद्दे को सुलझाने में विफल रही है। उसे तुरंत लंबित छात्रवृत्ति और फीस प्रतिपूर्ति के 8,000 करोड़ रुपये जारी करने चाहिए, साथ ही सर्वश्रेष्ठ उपलब्ध स्कूल योजना के तहत 200 करोड़ रुपये भी जारी करने चाहिए।’

छात्र विरोधी फैसले ले रही है कांग्रेस सरकार
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में आने के बाद से कांग्रेस सरकार छात्र विरोधी फैसले ले रही है और छात्रों की जरूरतों को नजरअंदाज कर रही है। वेंकटेश ने मांग की कि सरकारी कॉलेजों में छात्रों को मिड-डे मील मुहैया कराया जाए और सरकारी संस्थानों में पढ़ने वालों को मुफ्त बस पास जारी किए जाएं। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जनप्रतिनिधियों को समय पर वेतन देने वाली सरकार छात्रों के प्रति “खाली हाथ” क्यों दिखा रही है। उन्होंने कहा कि निजी शिक्षण संस्थान छात्रों से प्रमाण पत्र रोककर फीस भरने का दबाव बना रहे हैं, जिसका बोझ सीधे छात्रों पर पड़ रहा है। बकाया राशि का भुगतान तुरंत नहीं किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी देते हुए वेंकटेश ने कहा कि राज्य भर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू किए जाएंगे।
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