जयपुर। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोटा के जे.के. लोन अस्पताल परिसर में तीमारदारों की सुविधा हेतु 6.50 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले ‘रामाश्रय भवन’ का शिलान्यास किया। इस अवसर पर श्री बिरला ने कहा कि यह भवन केवल एक ईंट और पत्थर का निर्माण नहीं, बल्कि सेवा, संवेदना और समाज के प्रति समर्पण की भावना का मूर्त रूप है। उन्होंने बताया कि अस्पताल परिसर में रात्रि के समय खुले में सोते तीमारदारों को देखकर उनके मन में यह विचार उत्पन्न हुआ कि एक ऐसी सुविधा होनी चाहिए, जहां ये लोग सुरक्षित और सम्मानपूर्वक ठहर सकें। उन्होंने कहा कि यही विचार ‘रामाश्रय भवन’ की परिकल्पना का आधार बना। भगवान श्रीराम ने जीवन भर वंचितों को आत्मसम्मान के साथ खड़ा किया। उसी भावना से प्रेरित यह भवन समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास की रोशनी पहुंचाने का माध्यम बनेगा।
चिकित्सा सेवाओं का उभरता केन्द्र है कोटा: ओम बिरला
श्री बिरला ने कहा कि कोटा, हाड़ौती ही नहीं बल्कि दक्षिणी राजस्थान और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती जिलों के लिए भी एक प्रमुख चिकित्सा केन्द्र के रूप में उभर रहा है। जे.के. लोन, एमबीएस और न्यू मेडिकल कॉलेज में प्रतिदिन हजारों मरीज उपचार हेतु आते हैं। कोटा में सभी जनप्रतिनिधियों के प्रयासों से चिकित्सा सुविधाओं में निरन्तर विस्तार हो रहा है। कोटा में सुपर स्पेशलिटी सुविधाओं, जैसे किडनी ट्रांसप्लांट और कैंसर उपचार की दिशा में कार्य किया जा रहा है। रामगंजमंडी में जिला अस्पताल, सांगोद में उप जिला अस्पताल, बारां रोड़ पर नया अस्पताल और कैंसर यूनिट जैसे निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। ये सभी परियोजनाएं कोटा को चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी बनाएंगी।
हर गरीब को छत, हर मरीज को सम्मान: लोकसभा अध्यक्ष
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि रामाश्रय भवन का निर्माण कार्य लगभग एक वर्ष में पूर्ण होगा। भविष्य में कोटा रेलवे स्टेशन और अन्य स्थानों पर भी इसी प्रकार के भवन बनाने की योजना है, ताकि कोई भी जरूरतमंद खुले में रात बिताने को विवश न हो। हर गरीब को छत उपलब्ध कराने के संकल्प को दोहराते हुए उन्होंने बताया कि पहले चरण में 10,000 और आगे चलकर 50,000 आवासीय इकाइयों के निर्माण करने का भी लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि यह हमारा सपना है कि इलाज किसी परिवार पर आर्थिक बोझ न बने, कोई भी इलाज के अभाव में न रहे, और सरकारी अस्पतालों की सुविधाएं निजी अस्पतालों से बेहतर हों। इस दिशा में जनप्रतिनिधि, प्रशासन और चिकित्सकीय स्टाफ पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं।
जरूरतमंद के सुख-दुख में बनेंगे सहभागी
शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि रामाश्रय भवन का निर्माण सामाजिक संवेदना का जीवंत उदाहरण है। हर जरूरतमंद के सुख—दुख में हम सहभागी बनें यह हम सभी जनप्रतिनिधियों का नैतिक दायित्व है। रामाश्रय के रूप में इस जनहितैषी प्रयास में हम पूरा सहयोग करेंगे। ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि रामाश्रय भवन केवल एक इमारत नहीं, बल्कि एक मानवीय सोच का विस्तार है। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला की यह पहल समाज के जरूरतमंद वर्ग को राहत पहुंचाएगी। यह भवन उनके लिए उम्मीद और आत्मविश्वास का प्रतीक बनेगा।
यह मिलेगी सुविधा
तीन मंजिला भवन आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा, जिसमें तीमारदारों के लिए प्रत्येक मंजिल पर 114 बेड सहित कुल 342 बेड की व्यवस्था होगी। महिलाओं के लिए अलग डॉर्मिट्री में उनकी जरूरतों को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की जाएंगी। गर्मी के मौसम को देखते हुए पूरा भवन सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम से सुसज्जित रहेगा। रामाश्रय भवन में रहने के साथ-साथ नि:शुल्क भोजन की सुविधा भी दी जाएगी। ग्राउंड फ्लोर पर एक भव्य किचन व डाइनिंग हॉल बनाया जाएगा, जिसमें बड़ी संख्या में लोग एक साथ भोजन कर सकेंगे। प्रत्येक बेड के पास व्यक्तिगत लॉकर की व्यवस्था होगी, ताकि तीमारदार अपने जरूरी सामान को सुरक्षित रख सक
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