Online Gaming से जुड़ी धोखाधड़ी से ऐसे बचाएं अपना अकाउंट
Online Gaming आज के समय में युवाओं से लेकर बच्चों तक का पसंदीदा टाइमपास बन गया है। गेम खेलते वक्त मिलने वाले इनाम या रिवॉर्ड्स का लालच कई बार लोगों को साइबर फ्रॉड के जाल में फंसा देता है। हाल ही में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जिनमें Online Gaming के बहाने यूजर्स के बैंक अकाउंट से पैसे गायब कर दिए गए हैं।
कैसे होता है Online Gaming फ्रॉड?
ऑनलाइन गेमिंग के माध्यम से साइबर अपराधी एक लिंक भेजते हैं या गेमिंग ऐप में नकली रिवॉर्ड्स दिखाते हैं। यूजर जैसे ही उस लिंक पर क्लिक करता है या जानकारी डालता है, उसका बैंक अकाउंट हैक हो जाता है।

धोखाधड़ी के सामान्य तरीके:
- रिवॉर्ड क्लेम करने के नाम पर लिंक भेजना
- OTP या बैंक डिटेल मांगना
- नकली गेमिंग ऐप डाउनलोड करवाना
- सोशल मीडिया या गेमिंग फोरम पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर टारगेट करना
Online Gaming में सुरक्षित रहने के तरीके
अगर आप भी Online Gaming का शौक रखते हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक न करें
- बैंक डिटेल या OTP कभी भी किसी के साथ शेयर न करें
- केवल Google Play Store या Apple App Store से ही ऐप डाउनलोड करें
- गेम में मांगी गई अतिरिक्त परमिशन को सावधानी से जांचें
- दो-स्तरीय सत्यापन (Two-Factor Authentication) को चालू रखें
- किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें

सरकार और साइबर एजेंसियों की चेतावनी
सरकार और साइबर सुरक्षा एजेंसियों ने Online Gaming को लेकर अलर्ट जारी किया है। उनका कहना है कि गेमिंग के नाम पर युवाओं को फंसाया जा रहा है और उनका वित्तीय डेटा चोरी हो रहा है। हाल ही में RBI ने भी इस संबंध में चेतावनी जारी की है।
ऑनलाइन गेमिंग सिर्फ मनोरंजन तक सीमित रहना चाहिए। अगर आप रिवॉर्ड्स या पैसों के लालच में आकर किसी लिंक पर क्लिक करते हैं, तो आपका अकाउंट खाली हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि सतर्क रहें, सुरक्षित रहें और ऐसी किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित साइबर क्राइम पोर्टल पर दें।