Operation Sindoor ऑपरेशन सिंदूर में IAF की महत्वपूर्ण भूमिका!
ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor), जिसने हाल ही में देश का ध्यान आकर्षित किया, उसमें भारतीय वायुसेना (IAF) के कर्मियों ने एक महत्वपूर्ण और निर्णायक भूमिका निभाई। इस ऑपरेशन की सफलता में कई वायु योद्धाओं का योगदान रहा, जिन्होंने अपनी कर्तव्यनिष्ठा और पेशेवर कौशल का परिचय दिया।
वायुसेना की सटीक हवाई कार्रवाई
Operation Sindoor में IAF ने दुश्मन के ठिकानों पर सटीक हवाई हमले किए, जिससे आतंकी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा। वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने दुश्मन के कमांड और कंट्रोल सेंटरों, रडार स्थलों और हथियार भंडारण क्षेत्रों को निशाना बनाया।

एयर मार्शल ए.के. भारती का नेतृत्व
डायरेक्टर जनरल एयर ऑपरेशंस, एयर मार्शल ए.के. भारती ने ऑपरेशन के दौरान IAF की कार्रवाइयों का नेतृत्व किया।
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में IAF की भूमिका और हवाई हमलों की सटीकता के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
वायु रक्षा प्रणाली की महत्वपूर्ण भूमिका
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, IAF की एकीकृत वायु रक्षा कमान और नियंत्रण प्रणाली (Integrated Air Command and Control System – IACCS) ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस प्रणाली ने पाकिस्तान द्वारा किए गए कई मिसाइल और ड्रोन हमलों को सफलतापूर्वक विफल कर दिया, जिससे देश की सुरक्षा सुनिश्चित हुई।
पीएम मोदी ने की सराहना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी IAF की वायु रक्षा प्रणाली की effectiveness की सराहना की।
उन्होंने कहा कि इस प्रणाली ने पाकिस्तान के उन हमलों को नाकाम कर दिया, जिनका उद्देश्य नागरिक ठिकानों को निशाना बनाना था।

ऑपरेशन में शामिल प्रमुख IAF ठिकाने
Operation Sindoor में IAF के कई प्रमुख ठिकानों के कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिनमें शामिल हैं:
- आदमपुर एयरबेस: जहां प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों से मुलाकात की।
- अन्य एयरबेस: जिन्होंने हवाई हमलों और वायु रक्षा में योगदान दिया।
देश को सुरक्षित रखने का संकल्प
IAF के सभी कर्मियों ने Operation Sindoor में जिस समर्पण और साहस का परिचय दिया, वह सराहनीय है।
उन्होंने यह साबित कर दिया कि भारतीय वायुसेना देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तत्पर है।