Operation Sindoor के बाद पाकिस्तान की चोट से खस्ता हाल हो जाएगा, यहां समझें वजह
ऑपरेशन सिंदूर, हाल ही में भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर की गई जवाबी कार्रवाई है। इस ऑपरेशन ने न केवल आतंकी संगठनों को भारी नुकसान पहुंचाया है, बल्कि पाकिस्तान की पहले से ही कमजोर अर्थव्यवस्था और सैन्य ढांचे को भी गहरा आघात पहुंचाया है। यहां हम उन मुख्य कारणों को समझेंगे जिनकी वजह से Operation Sindoor के बाद पाकिस्तान की हालत और खस्ता हो जाएगी:
सैन्य ढांचे को भारी नुकसान
ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के भीतर कई आतंकी प्रशिक्षण शिविरों और लॉन्च पैड्स को निशाना बनाया। इसके साथ ही, जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के कुछ महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों को भी नुकसान पहुंचा है। भारतीय वायुसेना ने सटीक हवाई हमलों से दुश्मन के कमांड सेंटरों, हथियार भंडारों और वायु रक्षा प्रणालियों को तबाह किया है।
वायुसेना की क्षमता में कमी
रिपोर्टों के अनुसार, Operation Sindoor में पाकिस्तान वायुसेना के बुनियादी ढांचे का लगभग 20% और कई लड़ाकू विमान नष्ट हो गए हैं। इससे पाकिस्तान की हवाई युद्ध क्षमता को काफी क्षति पहुंची है।

अर्थव्यवस्था पर दोहरा मार
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पहले से ही गंभीर संकटों से जूझ रही है। उच्च मुद्रास्फीति, बढ़ता कर्ज और कमजोर विकास दर जैसी समस्याओं से पाकिस्तान परेशान है। ऑपरेशन सिंदूर ने इस स्थिति को और भी जटिल बना दिया है:
रक्षा बजट का बोझ
सैन्य ठिकानों को हुए नुकसान की भरपाई और अपनी सैन्य क्षमता को फिर से बनाने के लिए पाकिस्तान पर भारी आर्थिक बोझ पड़ेगा। यह पहले से ही सीमित संसाधनों वाली पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव डालेगा।
व्यापार और निवेश पर नकारात्मक प्रभाव
सीमा पर बढ़ते तनाव और सैन्य कार्रवाई के कारण, विदेशी निवेशक पाकिस्तान में निवेश करने से कतराएंगे। इसके अलावा, भारत के साथ व्यापारिक संबंध भी और खराब हो सकते हैं, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था को और नुकसान होगा।
आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दबाव
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ेगा। यदि पाकिस्तान ऐसा करने में विफल रहता है, तो उसे और भी अधिक आर्थिक और राजनीतिक अलगाव का सामना करना पड़ सकता है।

FATF की तलवार
पाकिस्तान पहले भी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की ग्रे लिस्ट में रह चुका है,
जिससे उसकी अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हुआ था।
यदि आतंकवाद पर लगाम लगाने में ढिलाई बरती जाती है,
तो पाकिस्तान फिर से FATF की कार्रवाई के दायरे में आ सकता है।
सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता
सैन्य और आर्थिक संकट के साथ-साथ, Operation Sindoor के बाद पाकिस्तान में सामाजिक और राजनीतिक अस्थिरता भी बढ़ सकती है।
सरकार पर अपनी नीतियों को लेकर और अधिक दबाव आएगा,
जिससे आंतरिक कलह और विरोध प्रदर्शनों की संभावना बढ़ जाएगी।
Operation Sindoor ने पाकिस्तान को कई तरह से कमजोर कर दिया है।
सैन्य ढांचे को हुए नुकसान की भरपाई, अर्थव्यवस्था पर बढ़ता बोझ, आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई का दबाव और,
संभावित सामाजिक-राजनीतिक अस्थिरता मिलकर पाकिस्तान के लिए एक गंभीर चुनौती पेश करते हैं। भारत के लिए,
यह ऑपरेशन न केवल आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश है,
बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।