रिकार्ड संख्या में 1,261 पीएचडी डिग्रियां की जाएंगी प्रदान
हैदराबाद: उस्मानिया विश्वविद्यालय (Osmania University) 19 अगस्त को आयोजित अपने 84वें दीक्षांत समारोह के दौरान इसरो के अध्यक्ष (ISRO Chief) डॉ. वी. नारायणन को डॉक्टरेट की 50वीं मानद उपाधि प्रदान करेगा। इसरो प्रमुख दीक्षांत समारोह को संबोधित भी करेंगे। इस बार रिकार्ड संख्या में 1,261 पीएचडी डिग्रियां प्रदान की जाएंगी, जबकि पिछले दीक्षांत समारोह में 979 डिग्रियां प्रदान की गई थीं।
विश्वविद्यालय शैक्षणिक वर्ष 2022-2023 और 2023-2024 के छात्रों को विभिन्न विषयों में उनकी उपलब्धियों को मान्यता देते हुए 121 स्वर्ण पदक प्रदान करेगा। विश्वविद्यालय एक आदिवासी छात्र द्वारा अंग्रेजी में सर्वश्रेष्ठ पीएचडी थीसिस के लिए एक नया स्वर्ण पदक भी प्रदान करेगा, जो कि कुलाधिपति और तेलंगाना के राज्यपाल की पहल है। तकनीकी एवं महाविद्यालयीन शिक्षा आयुक्त ए श्रीदेवसेना ने एमबीए फाइनेंस में शीर्ष छात्र के लिए प्रोफेसर समुद्रला सत्यनारायण मूर्ति मेमोरियल स्वर्ण पदक की स्थापना की है।
प्रवेश के लिए नियम
ओयू के कुलपति प्रोफेसर एम कुमार के अनुसार, टैगोर ऑडिटोरियम में, जहां यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, सीमित सीटों के कारण प्रवेश केवल पीएचडी पुरस्कार विजेताओं और स्वर्ण पदक प्राप्तकर्ताओं के लिए प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि माता-पिता और जीवन-साथी सहित परिवार के सदस्य ऑडिटोरियम के बगल में स्थित एक बड़ी डिजिटल स्क्रीन पर समारोह को लाइव देख सकते हैं, तथा उपस्थित लोगों को अपने बच्चों को कार्यक्रम में नहीं लाना चाहिए। प्रोफेसर कुमार ने कहा कि मुख्य सभागार के अंदर मोबाइल फोन ले जाना वर्जित है, तथा फोटोग्राफी और सेल्फी के लिए निर्दिष्ट क्षेत्र उपलब्ध होंगे।

इसरो के प्रमुख केंद्र कौन से हैं?
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के प्रमुख केंद्रों में बेंगलुरु का इस्रो मुख्यालय, श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, अहमदाबाद का स्पेस एप्लीकेशन सेंटर, तिरुवनंतपुरम का विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र और हैदराबाद का राष्ट्रीय रिमोट सेंसिंग केंद्र शामिल हैं।
अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रमुख कौन है?
वर्तमान में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष और अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रमुख डॉ. एस. सोमनाथ हैं। वे 2022 से इस पद पर कार्यरत हैं और भारत के प्रमुख अंतरिक्ष मिशनों का नेतृत्व कर रहे हैं।
इसरो के पहले प्रमुख कौन थे?
इसरो के पहले प्रमुख डॉ. विक्रम साराभाई थे। उन्होंने 1969 में संगठन की स्थापना के बाद भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम की नींव रखी और देश को उपग्रह प्रक्षेपण की दिशा में आगे बढ़ाया।
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