पहलगाम हमले में Pakistan के खिलाफ सबूत मिला, पाक सेना का पैरा कमांडो निकला नरसंहार में शामिल आतंकी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। लेकिन अब सामने आए नए सबूतों ने इस घटना को और भी गंभीर बना दिया है। खुफिया एजेंसियों की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है कि हमले में शामिल एक आतंकी दरअसल Pakistan की सेना का पैरा कमांडो था। यह खुलासा पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर बार-बार झूठ बोलने वाले रवैये की पोल खोलता है।
घटनाक्रम: कब और कैसे हुआ हमला?
- हमला 22 अप्रैल की शाम को हुआ था।
- आतंकियों ने सुरक्षाबलों के काफिले को निशाना बनाया।
- फायरिंग में 5 जवान शहीद हुए और कई घायल हुए।
- हमले के तुरंत बाद आतंकवादी घने जंगलों में फरार हो गए।
घटना के तुरंत बाद एनआईए और सैन्य खुफिया एजेंसियों ने जांच शुरू की।

ट्रांजिशन: सबूतों ने खोली पोल
जांच के दौरान एक आतंकी का शव बरामद किया गया।
- शव की पहचान और डीएनए टेस्टिंग से चौंकाने वाला तथ्य सामने आया।
- वह आतंकी दरअसल पाकिस्तान की सेना का पैरा कमांडो निकला।
- उसके शरीर पर पाकिस्तानी सेना की यूनिट का टैटू मिला।
- मोबाइल डिवाइस में पाक सेना की कोडेड बातचीत भी पाई गई।
Pakistan की भूमिका फिर उजागर
यह कोई पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान की सेना के आतंकी संबंध सामने आए हैं।
- इससे पहले भी पुलवामा और उरी जैसे हमलों में पाक सेना की संलिप्तता साबित हो चुकी है।
- अब पहलगाम हमले में भी उसी पैटर्न की झलक दिखी है।
- इससे यह स्पष्ट होता है कि पाक सेना सीधे आतंकी हमलों को संचालित करती है।
भारत की प्रतिक्रिया
सरकारी सूत्रों के मुताबिक भारत अब इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की तैयारी कर रहा है।
- संयुक्त राष्ट्र और FATF में यह मामला पेश किया जा सकता है।
- भारत के रक्षा मंत्रालय ने इस बारे में रिपोर्ट प्रधानमंत्री कार्यालय को सौंप दी है।
- एनएसए अजीत डोभाल खुद जांच पर नजर बनाए हुए हैं।
एक अधिकारी ने कहा, “अब पाकिस्तान को कोई बचा नहीं सकता। सबूत इतने ठोस हैं कि दुनिया को अब सच दिखाना ही होगा।”
ट्रांजिशन: वैश्विक मंच पर Pakistan की फजीहत तय
पाकिस्तान वैसे भी FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आने की कोशिश में लगा है।
लेकिन इस तरह के सबूत उसकी कोशिशों पर पानी फेर सकते हैं।
- भारत यदि सबूतों को सही ढंग से प्रस्तुत करता है तो पाकिस्तान फिर से वैश्विक मंचों पर घिर जाएगा।
- अमेरिका और यूरोप पहले से ही आतंकवाद पर दोहरा रवैया अपनाने को लेकर पाकिस्तान की आलोचना कर रहे हैं।

भारतीय सुरक्षा बलों की सख्ती
हमले के बाद पहलगाम और आस-पास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया गया।
- सेना और CRPF के संयुक्त ऑपरेशन में अब तक 8 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
- तकनीकी उपकरणों की मदद से पहाड़ों और जंगलों में आतंकियों की तलाश की जा रही है।
पहलगाम हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता अब किसी संदेह के घेरे में नहीं है।
जब उसकी सेना के पैरा कमांडो ही आतंकी बनकर भारतीय जमीन पर हमला कर रहे हों, तो यह केवल आतंकी हमला नहीं बल्कि युद्ध की घोषणा है।
भारत को अब राजनयिक और सैन्य दोनों स्तरों पर जवाब देना होगा।
दुनिया को भी समझना होगा कि पाकिस्तान आतंकवाद का जनक ही नहीं, उसे सरकारी स्तर पर बढ़ावा देने वाला देश है।