अपनी वास्तुकला की खूबसूरती और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है पैगाह पैलेस
हैदराबाद। शहर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक पैगाह पैलेस (Paigah Palace) में फिल्म शूटिंग से जुड़ी सामान्य चहल-पहल में हाल के दिनों में भारी कमी आई है। बेगमपेट में स्थित ऐतिहासिक स्थल पैगाह पैलेस अपनी वास्तुकला की खूबसूरती और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। कभी यह ऐतिहासिक इमारत, जो टॉलीवुड (Tollywood) की कई शूटिंग के लिए पसंदीदा स्थान हुआ करती थी, अब कम सक्रियता का अनुभव करती है। फिल्म निर्माण गतिविधियों में गिरावट ने स्थानीय अर्थव्यवस्था और क्षेत्र की जीवंत प्रकृति को प्रभावित किया है। महल, जो कई वर्षों से एक लोकप्रिय फिल्मांकन स्थान के रूप में कार्य करता रहा है, अब कम आगंतुकों और क्रू सदस्यों को देख रहा है।
आय में भारी गिरावट से प्राधिकरण मायूस
हैदराबाद मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (HMDA), जो महल का संरक्षक है, भारी लागत पर परिसर का रखरखाव रखता है। हालांकि, रखरखाव पर भारी मात्रा में खर्च करने वाला प्राधिकरण, विशाल परिसर में फिल्म निर्माण से होने वाली आय में भारी गिरावट से मायूस है। अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास कार्यालय ने 2008 से पैगाह पैलेस का उपयोग किया, जब तक कि यह मार्च 2023 में नानकरामगुडा में नए परिसर में स्थानांतरित नहीं हो गया। तब से, एचएमडीए पैगाह पैलेस में फिल्म शूटिंग की अनुमति दे रहा है और किराया शुल्क वसूल रहा है।
बड़े सितारों की फिल्मों से प्रतिदिन 10 लाख रुपए मिल रहा किराया
उन्होंने कहा, ‘बड़े सितारों की फिल्मों से प्रतिदिन 10 लाख रुपये किराया मिल रहा है, जबकि अन्य के लिए यह 3 से 5 लाख रुपये है।’ एचएमडीए बिल्डिंग रखरखाव के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘‘5 लाख रुपये की जमानत राशि की आवश्यकता है, जो शूटिंग के दौरान इमारत को हुए किसी भी नुकसान की जांच के बाद वापस कर दी जाएगी।’’ अधिकारी ने कहा, ‘एचएमडीए पैगाह पैलेस के रखरखाव के लिए प्रति वर्ष लगभग 1 करोड़ रुपये खर्च कर रहा है, लेकिन फिल्म शूटिंग के जरिए प्रति वर्ष 10 से 15 लाख रुपये से अधिक की कमाई नहीं हो रही है।’

पैगाह पैलेस अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के स्थानांतरण के बाद खाली हो गया था, इसलिए इस प्रमुख स्थान पर महल के उपयोग के लिए कई योजनाएँ बनाई गईं। जिन विचारों पर विचार किया गया उनमें कांग्रेस सरकार द्वारा इसे हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसी (हाइड्रा) कार्यालय के सीएम कैंप कार्यालय के रूप में उपयोग करना और यहाँ तक कि तेलंगाना राज्य संग्रहालय की स्थापना करना भी शामिल था।
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