Hindi News: पाक आर्मी चीफ ने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए सैनिकों को आतंकियों के जनाजे में भेजा; जैश कमांडर

By Vinay | Updated: September 18, 2025 • 1:47 PM

नई दिल्ली, 18 सितंबर 2025: एक चौंकाने वाले खुलासे ने पाकिस्तान (Pakistan) की सेना और आतंकवाद के बीच गठजोड़ को फिर से उजागर कर दिया है। जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने दावा किया है कि पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने सैन्य अधिकारियों को ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकियों के अंतिम संस्कार में शामिल होने का सीधा आदेश दिया था। कश्मीरी के मुताबिक, जवानों ने वर्दी पहनकर आतंकियों को सलामी दी और उन्हें ‘शहीद’ का दर्जा दिया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिससे भारत में आक्रोश की लहर दौड़ गई

जैश कमांडर का वीडियो: ‘जीएचक्यू का आदेश, शहीदों को सम्मान’

कश्मीरी का यह बयान एक कार्यक्रम ‘मिशन मुस्तफा’ के दौरान रिकॉर्ड किया गया वीडियो में आया। उन्होंने कहा, “जीएचक्यू (जनरल हेडक्वार्टर) ने शहीदों को सम्मान देने और अंतिम सलामी देने का आदेश दिया। आर्मी चीफ ने जनरलों को खुद भेजा।” कश्मीरी ने आगे खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए जैश के आतंकियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटकर दफनाया गया और पूरे सैन्य सम्मान के साथ जनाजा निकाला गया। यह दावा पाकिस्तान सरकार के उस झूठ को बेनकाब करता है, जो बहावलपुर में जैश कैंप के अस्तित्व से इनकार करती रही।

ऑपरेशन सिंदूर: भारत का जवाब, 100+ आतंकी ढेर

ऑपरेशन सिंदूर भारत की सटीक स्ट्राइक थी, जो 7 मई 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में लॉन्च की गई। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और PoK में लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन के नौ ठिकानों को निशाना बनाया। इसमें बहावलपुर का जैश कैंप, मुरिदके का लश्कर मुख्यालय और सियालकोट का हिजबुल सुविधा केंद्र शामिल थे। सरकारी सूत्रों के अनुसार, 100 से ज्यादा आतंकियों सहित पांच हाई-वैल्यू टारगेट मारे गए, जिनमें LeT कमांडर हाफिज अब्दुल रऊफ और JeM के मोहम्मद हसन खान जैसे नाम शामिल थे।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मई में प्रेस कॉन्फ्रेंस में फोटो दिखाते हुए कहा था कि पाकिस्तानी आर्मी और पुलिस के अधिकारी आतंकियों के जनाजे में मौजूद थे। हाफिज अब्दुल रऊफ ने नमाज-ए-जनाजा पढ़ाई, जो अमेरिका द्वारा ग्लोबल टेररिस्ट घोषित है। भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों के नाम भी जारी किए, जो जनाजे में दिखे।

पाकिस्तान का झूठा चेहरा: आतंकवाद को सरकारी संरक्षण

यह खुलासा पाकिस्तान की दोहरी नीति को बेनकाब करता है। कश्मीरी ने एक अन्य वीडियो में स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिंदूर ने मसूद अजहर के परिवार को तबाह कर दिया। पाक सरकार और आर्मी जैश को फंडिंग देकर मुरिदके मुख्यालय को फिर से बनाने में मदद कर रही है। कश्मीरी ने चेतावनी दी, “भारत के बांधों, नदियों और जमीन पर कब्जा करने की कोशिश होगी। हर ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा।”

भारतीय विशेषज्ञों का कहना है कि यह पाकिस्तान का आतंकवाद को राज्य प्रायोजित बनाने का सबूत है। भारत FATF को डोजियर सौंपने की तैयारी कर रहा है, ताकि पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में वापस डाला जाए। विदेश मंत्रालय ने प्रतिक्रिया में कहा, “पाकिस्तान का आतंकवाद से गठजोड़ अब छिपा नहीं। हम अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहेंगे।”

निहितार्थ: भारत के लिए नया खतरा, वैश्विक स्तर पर उजागर

यह घटना भारत-पाक तनाव को और भड़का सकती है। पाक आर्मी चीफ असीम मुनीर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में व्हाइट हाउस में होस्ट किया, जो सवाल खड़ा करता है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान आतंकियों को ‘शहीद’ बनाकर अपनी सेना को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है। भारत को अपनी खुफिया और सैन्य तैयारियों को और तेज करना होगा।

कुल मिलाकर, जैश कमांडर का यह बयान पाकिस्तान के आतंकी नेटवर्क को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेनकाब करने का मौका है। क्या यह नया सबूत वैश्विक दबाव बढ़ाएगा? आने वाले दिनों में साफ होगा।

जैश कमांडर का वीडियो: ‘जीएचक्यू का आदेश, शहीदों को सम्मान’

कश्मीरी का यह बयान एक कार्यक्रम ‘मिशन मुस्तफा’ के दौरान रिकॉर्ड किया गया वीडियो में आया। उन्होंने कहा, “जीएचक्यू (जनरल हेडक्वार्टर) ने शहीदों को सम्मान देने और अंतिम सलामी देने का आदेश दिया। आर्मी चीफ ने जनरलों को खुद भेजा।” कश्मीरी ने आगे खुलासा किया कि ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए जैश के आतंकियों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटकर दफनाया गया और पूरे सैन्य सम्मान के साथ जनाजा निकाला गया। यह दावा पाकिस्तान सरकार के उस झूठ को बेनकाब करता है, जो बहावलपुर में जैश कैंप के अस्तित्व से इनकार करती रही।

ये भी पढें

breaking news Hindi News jaish e mohammad operaton sindoor pak army pakistan pakistan news terrorist