Pakistan में तालिबान के पुराने गढ़ में बड़ा हमला, बम धमाके में 7 की मौत, नौ घायल
पाकिस्तान (Pakistan) एक बार फिर आतंक की चपेट में आ गया है। इस बार निशाना बना है खैबर पख्तूनख्वा (KPK) प्रांत, जो लंबे समय से तालिबान का गढ़ माना जाता रहा है। रविवार को यहां एक भीषण बम धमाका हुआ, जिसमें कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 9 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
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कहां हुआ धमाका?
धमाका खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में हुआ। यह इलाका अफगानिस्तान सीमा के पास स्थित है और अतीत में कई बार आतंकवादियों का पनाहगाह रहा है।
अब तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हालांकि, स्थानीय प्रशासन को शक है कि यह हमला टीटीपी (तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान) से जुड़ा हो सकता है।
पिछले कुछ महीनों में टीटीपी की गतिविधियां फिर से तेज हुई हैं, खासकर उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान में।
ट्रांजिशन: बढ़ता खतरा
तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद से Pakistan में आतंकी घटनाओं में तेज़ी आई है। कई बार पाकिस्तान सरकार ने तालिबान से शांति वार्ता की कोशिश की, मगर नतीजे निराशाजनक रहे।
सरकार की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री कार्यालय ने हमले की कड़ी निंदा की है।
सुरक्षा बलों को अलर्ट रहने का निर्देश दिया गया है।
जांच एजेंसियों को जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने के आदेश दिए गए हैं।
Pakistan में बम धमाका: 7 की मौत, 9 घायल।
स्थानीय लोगों में डर का माहौल
धमाके के बाद पूरे इलाके में दहशत का माहौल है। बाजारों में सन्नाटा है और कई दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं। स्थानीय निवासी सरकार से कड़ी सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
ट्रांजिशन: Pakistan की डबल गेम?
विशेषज्ञ मानते हैं कि पाकिस्तान वर्षों से आतंकवाद को लेकर दोहरी नीति अपना रहा है। एक ओर वह अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर आतंक के खिलाफ खड़ा दिखता है, तो दूसरी ओर उसने कुछ आतंकी संगठनों को पनाह भी दी है।पाकिस्तान में हुआ यह बम धमाका न सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि तालिबान की जड़ें अब भी मजबूत हैं। आम नागरिकों की जान खतरे में है और सरकार को अब कठोर कदम उठाने होंगे।