Pakistan Minister की किरकिरी: ‘डर्टी वर्क’ बयान पर अमेरिका का करारा जवाब
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ एक बार फिर अपने बेतुके बयान को लेकर विवादों में घिर गए हैं।
हाल ही में दिए गए “डर्टी वर्क” वाले बयान पर अब अमेरिका ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। इस बयान ने एक बार फिर Pakistan Minister की विदेश नीति और उसके नेताओं की गंभीरता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
तो चलिए जानते हैं पूरा मामला विस्तार से।
क्या कहा था ख्वाजा आसिफ ने?
- एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पाक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने अमेरिका को लेकर विवादास्पद टिप्पणी कर दी।
- उन्होंने कहा कि “हमने अमेरिका के लिए कई बार डर्टी वर्क किया है।”
- साथ ही यह भी जोड़ा कि पाकिस्तान को इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
हालांकि यह पहली बार नहीं है जब ख्वाजा आसिफ ने ऐसा बयान दिया हो।
पूर्व में भी वे कई बार भारत, अमेरिका और यहां तक कि अपनी ही सेना पर विवादित टिप्पणी कर चुके हैं।

अमेरिका का तीखा रिएक्शन
- अमेरिका ने इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे गैर-जिम्मेदाराना और अस्वीकार्य बताया।
- वॉशिंगटन स्थित एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा: “पाकिस्तान के मंत्री का बयान तथ्यों से परे और भ्रामक है।”
- उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच सहयोग पर ऐसे बयानों का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
यह बात भी सामने आई कि अमेरिका इन बयानों को गंभीरता से ले रहा है और भविष्य में इस पर राजनयिक स्तर पर चर्चा हो सकती है।
Pakistan Minister में भी उठे सवाल
- पाकिस्तान के भीतर भी ख्वाजा आसिफ के बयान पर भारी आलोचना हुई।
- पूर्व राजनयिकों और पत्रकारों ने कहा कि ऐसे वक्तव्य देश की विदेश नीति को नुकसान पहुंचाते हैं।
- सोशल मीडिया पर लोगों ने पूछा कि क्या वाकई पाकिस्तान इतने वर्षों से केवल “डर्टी वर्क” ही करता रहा?
कई राजनीतिक विश्लेषकों ने यह सवाल भी उठाया कि
क्या यह बयान सेना को खुश करने के लिए दिया गया या फिर अमेरिका को धमकाने के लिए?
क्यों है यह बयान खतरनाक?
- इस बयान से न सिर्फ अमेरिका नाराज हुआ है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान की छवि को नुकसान पहुंचा सकता है।
- वैश्विक स्तर पर यह संकेत जाता है कि पाकिस्तान खुद स्वीकार कर रहा है कि वह वर्षों से अमेरिका के इशारों पर काम करता रहा है।
- इससे उसकी स्वतंत्र विदेश नीति पर भी सवाल उठते हैं।
इसके अलावा, यह बयान भारत सहित अन्य पड़ोसी देशों को भी चिंतित कर सकता है।

पहले भी कर चुके हैं विवादित टिप्पणी
- ख्वाजा आसिफ इससे पहले भारत को “दुश्मन नंबर वन” कह चुके हैं।
- वे कश्मीर मुद्दे पर भी उग्र बयानबाजी करते रहे हैं।
- अब अमेरिका पर निशाना साधना उनकी राजनीतिक रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
लेकिन आलोचक कहते हैं कि यह रणनीति Pakistan Minister को अंतरराष्ट्रीय मंचों से अलग-थलग कर सकती है।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान से एक बार फिर यह साफ हो गया कि वहां की राजनीति किस स्तर पर पहुंच चुकी है।
अमेरिका जैसी महाशक्ति को इस तरह से “डर्टी वर्क” का हवाला देना न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है बल्कि खतरनाक भी। अब देखना होगा कि इस बयान के बाद दोनों देशों के रिश्तों में क्या बदलाव आता है।
क्योंकि कूटनीति में हर शब्द मायने रखता है, और इस बार शब्द कुछ ज़्यादा ही तेज़ और बेहिसाब हो गए हैं।