हैदराबाद : राज्य के सूचना (State Information), जनसंपर्क एवं राजस्व मंत्री पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी ने मंगलवार को कहा, “एक तस्वीर (Photograph) हज़ारों भावनाओं को व्यक्त कर सकती है और राज्य में फ़ोटो पत्रकारों में व्यावसायिकता बढ़ाने के लिए कदम उठाए जाएँगे।”
विश्व फ़ोटोग्राफ़ी दिवस के उपलक्ष्य में अयोजित कार्यक्रम में मंत्री ने भाग लिया
मंत्री पोंगुलेटी ने विश्व फ़ोटोग्राफ़ी दिवस के उपलक्ष्य में राज्य सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित फ़ोटोग्राफ़ी प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार और नकद पुरस्कार प्रदान करने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। पंजागुट्टा के एक निजी होटल में आयोजित विश्व फ़ोटोग्राफ़ी दिवस कार्यक्रम में राज्य सरकार के मुख्य सचिव रामकृष्ण राव, राज्य मीडिया अकादमी के अध्यक्ष श्रीनिवास रेड्डी, सूचना विभाग की विशेष आयुक्त सी.एच. प्रियंका, मुख्यमंत्री कार्यालय के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी मालसूर अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
समय को कैद करने और मधुर यादें संजोने की शक्ति होती सिर्फ फ़ोटोग्राफ़रों में
इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि केवल फ़ोटोग्राफ़रों में ही समय को कैद करने और मधुर यादें संजोने की शक्ति होती है। उन्होंने कहा कि फोटोग्राफरों को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल आधिकारिक तौर पर विश्व फोटोग्राफी दिवस का आयोजन किया जाता है और फोटो प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार और स्मृति चिन्ह प्रदान किए जाते हैं। फोटोग्राफी को यादों का स्रोत और एक स्वप्न बताते हुए उन्होंने कहा कि कई दशकों बाद भी, एक तस्वीर अतीत की यादों को संजो सकती है।

फोटोग्राफी का बहुत महत्व : रामकृष्ण राव
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या को याद करते हुए उन्होंने एक ऐसी घटना का ज़िक्र किया जिसमें घटनास्थल पर मौजूद फोटोग्राफर द्वारा ली गई तस्वीर के ज़रिए हत्यारे पकड़े गए थे। राज्य के मुख्य सचिव रामकृष्ण राव ने कहा कि फोटो पत्रकार ही सरकार के विकास और कल्याणकारी कार्यक्रमों को लोगों तक पहुँचाते हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय से ही मीडिया राज्य सरकार के कार्यक्रमों को लोगों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाता रहा है और इनमें फोटोग्राफी का बहुत महत्व है।
समय बीतने के बावजूद, तस्वीरें बरकरार हैं और मीठी यादें बनी हुई : प्रियंका
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की विशेष आयुक्त प्रियंका ने कहा कि समय बीतने के बावजूद, तस्वीरें बरकरार हैं और मीठी यादें बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के तत्वावधान में पिछले 28 वर्षों से विश्व फोटोग्राफी दिवस समारोह का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार पाँच श्रेणियों में आयोजित फ़ोटो प्रतियोगिता में 94 लोगों ने भाग लिया और 744 तस्वीरें भेजीं। उन्होंने बताया कि विजेताओं का चयन फ़ोटोग्राफ़ी क्षेत्र के विशेषज्ञों द्वारा गठित एक विशेष समिति द्वारा किया गया।
पहला फोटोग्राफी दिवस कब मनाया गया था?
पहला विश्व फोटोग्राफी दिवस (World Photography Day) 19 अगस्त 2010 को व्यापक रूप से मनाया गया था, हालाँकि यह दिवस हर साल 19 अगस्त को मनाया जाता है। इसकी शुरुआत 1837 में फोटोग्राफी के आविष्कार की याद में हुई।
विश्व का पहला फोटोग्राफर कौन था?
दुनिया का पहला फोटोग्राफर जोसेफ नाइसफोर नीएप्स (Joseph Nicéphore Niépce) थे। उन्होंने 1826 या 1827 में पहली स्थायी तस्वीर (हेलिएोग्राफ) खींची थी।
19 अगस्त को कौन सा दिवस मनाया जाता है?
19 अगस्त को “विश्व फोटोग्राफी दिवस” (World Photography Day) मनाया जाता है।
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