विंडहोक। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Pm Narendra Modi) दक्षिण-पश्चिम अफ्रीका के देश नामीबिया के दौरे पर पहुंच गए हैं। यह 27 वर्षों बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नामीबिया यात्रा है। राजधानी विंडहोक के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (Airport) पर उनका भव्य स्वागत पारंपरिक नृत्य और संगीत के साथ किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने स्वागत कर रहे कलाकारों के साथ मिलकर ढोल भी बजाया, जिससे समारोह में उत्साह का एक अलग ही माहौल बन गया।
1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री वाजपेयी ने नामीबिया की यात्रा की थी
यहां बताते चलें कि पीएम मोदी से पहले वर्ष 1998 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नामीबिया की यात्रा की थी। उससे पहले 1990 में वीपी सिंह और राजीव गांधी जैसे वरिष्ठ भारतीय नेता भी स्वतंत्र नामीबिया के उत्सवों में भाग लेने के लिए वहां जा चुके हैं। राष्ट्रपति से मुलाकात और संसद को संबोधन प्रधानमंत्री मोदी, नामीबिया की राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मुलाकात करेंगे। इस दौरान हीरा कारोबार, यूरेनियम और अन्य खनिजों की आपूर्ति, और ऊर्जा एवं व्यापार सहयोग पर अहम बातचीत की संभावना है। मोदी इस दौरे में नामीबिया (Namibia) की संसद को भी संबोधित करेंगे।
मार्च 2024 तक दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 6,735 रुपये करोड़ दर्ज किया
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा 2 जुलाई से 10 जुलाई तक पांच देशों (घाना, त्रिनिदाद एंड टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया) के दौरे का हिस्सा है। व्यापारिक संबंधों में तेजी भारत और नामीबिया के बीच पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। 2024-25 में कुल व्यापार 4,858 रुपये करोड़ तक पहुंच गया, जिसमें भारत का निर्यात: 2,798 रुपये करोड़ और नामीबिया से आयात 2,061 रुपये करोड़ रहा है। 2023 में अप्रैल से नवंबर के बीच व्यापार में 178 प्रतिशत की वृद्धि हुई और यह 5,450 रुपये करोड़ तक पहुंचा। मार्च 2024 तक दोनों देशों के बीच कुल व्यापार 6,735 रुपये करोड़ दर्ज किया गया, जिसमें भारत का निर्यात 3,785 रुपये करोड़ रहा।
भारत की अफ्रीकी देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी को भी मजबूती देगी
खनिजों से समृद्ध है नामीबिया नामीबिया हीरा, यूरेनियम, तांबा, फॉस्फेट और अन्य बहुमूल्य खनिजों से भरपूर देश है। भारत, जो ऊर्जा और रक्षा क्षेत्रों के लिए रणनीतिक रूप से यूरेनियम और रत्नों पर निर्भर करता है, नामीबिया के साथ दीर्घकालिक साझेदारी को और मजबूत करना चाहता है। प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल राजनयिक संबंधों को नई ऊंचाई देने वाली है, बल्कि भारत की अफ्रीकी देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी को भी मजबूती देगी।
लगातार 3 बार प्रधानमंत्री कौन बने?
2024 के संसदीय चुनावों में एक और निर्णायक जीत के बाद, श्री नरेन्द्र मोदी ने 9 जून 2024 को तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। यह जीत श्री मोदी के लिए लगातार तीसरा कार्यकाल है, जिससे उनका नेतृत्व और मजबूत हुआ है।
मोदी जी कितने पढ़े-लिखे हैं?
किशोरावस्था में अपने भाई के साथ एक चाय की दुकान चला चुके मोदी ने अपनी स्कूली शिक्षा वड़नगर में पूरी की। उन्होंने आरएसएस के प्रचारक रहते हुए 1980 में गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर परीक्षा दी और विज्ञान स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त की।
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