PM Modi ने साइप्रस में दिखाया भारत का दम, हुए अहम समझौते विदेश नीति में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज
प्रधानमंत्री PM Modi ने अपने साइप्रस दौरे के दौरान भारत की कूटनीतिक ताकत का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। इस दौरे के तहत भारत और साइप्रस के बीच कई रणनीतिक और व्यावसायिक समझौते हुए, जिनसे दोनों देशों के संबंध और मजबूत हुए हैं।
PM Modi की यात्रा का उद्देश्य क्या था?
- दोनों देशों के बीच आर्थिक, सांस्कृतिक और रक्षा सहयोग को बढ़ावा देना
- साइप्रस में भारतीय समुदाय से संवाद
- वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका को और मजबूत करना
PM Modi ने किन क्षेत्रों में किए समझौते?
प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में भारत और साइप्रस के बीच जिन प्रमुख क्षेत्रों में समझौते हुए, वे हैं:
- डिफेंस कोऑपरेशन
- ग्रीन एनर्जी व हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी
- आईटी और डिजिटल सहयोग
- ट्रेड और इन्वेस्टमेंट सेक्टर
- एजुकेशन एंड स्किल डेवलपमेंट
PM Modi का वैश्विक मंच पर संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा कि भारत अब केवल उभरती हुई अर्थव्यवस्था नहीं, बल्कि वैश्विक नेतृत्वकर्ता के रूप में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत शांति और स्थायित्व के पक्ष में है, लेकिन अपनी सुरक्षा और स्वाभिमान पर कोई समझौता नहीं करेगा।
भारतीय समुदाय से भावुक संवाद
साइप्रस में रह रहे भारतीयों के बीच पहुंचकर PM Modi ने भावुक भाषण दिया और कहा कि “आप सभी भारत के सांस्कृतिक राजदूत हैं, जो दुनियाभर में देश की पहचान को मजबूत करते हैं।” उन्होंने प्रवासी भारतीयों के योगदान को भी सराहा।
अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
- भारत-साइप्रस संबंधों को नई दिशा
- यूरोप में भारत की रणनीतिक मौजूदगी हुई और मजबूत
- चीन व अन्य शक्तियों को परोक्ष संदेश
प्रधानमंत्री मोदी का साइप्रस दौरा केवल एक राजनयिक यात्रा नहीं, बल्कि एक रणनीतिक कदम था जो भारत की वैश्विक ताकत को रेखांकित करता है। यह दौरा आने वाले वर्षों में भारत की विदेश नीति को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।