Latest News : GST 2.0 को लेकर PM मोदी ने देश को लिखा संदेश

By Surekha Bhosle | Updated: September 22, 2025 • 7:15 PM

देश के नाम संबोधन के बाद अब सीधी चिट्ठी के जरिए संवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने हाल ही में देशवासियों के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने GST 2.0 के संबंध में कई अहम बातें साझा की हैं और जनता से एक खास अपील भी की है। इससे पहले उन्होंने एक राष्ट्र के नाम संबोधन में भी नई कर प्रणाली को लेकर बड़ा ऐलान किया था।

नई दिल्ली: देशभर में आज नवरात्रि के पहले दिन यानि 22 सितंबर से (GST 2.0) जीएसटी की नई दरों को लागू कर दिया गया है। इसके तहत पहले के दो टैक्स स्लैब्स को हटा दिया गया है। इसके साथ ही कई वस्तुओं को सस्ता करने के लिए उनके टैक्स स्लैब्स में बदलाव किया गया है। पीएम मोदी ने इसे GST बचत उत्सव कहा है। उन्होंने देश के आम नागरिकों के लिए इस पहल को डबल धमाका बताया है। पीएम मोदी ने इससे पहले देश को संबोधित करते हुए भी इसका जिक्र किया था। इसके साथ ही उन्होंने स्वदेशी सामानों को भी अपनाने की अपील की है। पीएम मोदी ने आज एक पत्र लिखा है, जिसमें भी उन्होंने इन बातों का जिक्र किया है। 

‘त्योहारों में मिल रहा उपहार’

पीएम मोदी ने पत्र में लिखा, “मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार! आपको और आपके परिवार को शक्ति की उपासना के पर्व नवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाएं। मेरी प्रार्थना है, ये त्योहार आप सभी के जीवन में सुख और समृद्धि लेकर आएं। इस वर्ष त्योहारों में हमें एक और उपहार मिल रहा है। 22 सितंबर से Next Generation GST Reforms लागू होने के साथ ही पूरे देश में ‘बड़ा बचत अभियान’ की शुरुआत हो गई है। इन रियायतों से किसान, महिला, युवा, गरीब, मध्यम वर्ग, व्यापारी, लघु उद्योग, कुटीर उद्योग, सभी को फायदा होगा।”

‘अब सिर्फ दो ही टैक्स स्लैब’

उन्होंने आगे लिखा, “नए GST रिफॉर्मों की विशेषता है कि अब प्रमुख रूप से सिर्फ दो ही टैक्स स्लैब रहेंगे। रोजमर्रा की जरूरी चीजें जैसे खाना, दवाइयां, साबुन, टूथपेस्ट और कई आम सामान अब या तो टैक्स-फ्री होंगे या 5% की सबसे कम स्लैब में आएंगे। घर बनाने, गाड़ी खरीदने, बाहर खाने या परिवार के साथ छुट्टियां मनाने जैसे सपनों को पूरा करना अब आसान होगा। हेल्थ इंश्योरेंस पर भी अब GST को शून्य कर दिया गया है। मुझे ये देखकर अच्छा लगा कि कई दुकानदार और व्यापारी ‘पहले और अब’ के बोर्ड लगाकर लोगों को बता रहे हैं कि कोई सामान कितना सस्ता हो गया है।”

‘सिस्टम को बनाया सरल’

पीएम मोदी PM Modi ने पत्र में लिखा, “हमारी GST यात्रा 2017 में शुरू हुई थी। तब देश को अनेक तरह के टैक्स और टोल के जाल से मुक्ति मिली थी। इससे ग्राहकों और व्यापारियों, कारोबारियों को बहुत राहत मिली थी। अब ये नेक्स्ट जनरेशन GST रिफॉर्म हमें और आगे ले जा रहे हैं। इसमें सिस्टम को और सरल बनाया गया है। इससे हमारे दुकानदार साथियों, लघु उद्योगों की सहूलियत और बढ़ेगी।” 

‘नागरिक देवो भव: हमारा मंत्र’

PM Modi मोदी ने लिखा, “नागरिक देवो भव: हमारा मंत्र है। पिछले 11 वर्षों में हमारे प्रयासों से 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए हैं। देश में एक नियो मिडिल क्लास तैयार हुआ है। अब इसे और सशक्त बनाया जा रहा है। हमने मध्यम वर्ग को भी मजबूत किया है। 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं लिया जा रहा है। अगर इनकम टैक्स से छूट और नए GST Reforms को मिलाकर देखें, तो देशवासियों के सालाना लगभग 2.5 लाख करोड़ रुपये बचेंगे।”

‘स्वदेशी को जीवन का हिस्सा बनाएं’

पीएम मोदी ने आगे लिखा, “देश ने 2047 तक विकसित भारत का संकल्प लिया है और इसे सिद्ध करने के लिए आत्मनिर्भरता के रास्ते पर चलना जरूरी है। नए GST रिफॉर्मों से आत्मनिर्भर भारत अभियान को भी तेज गति मिलेगी। आत्मनिर्भरता के लिए आवश्यक है कि हम स्वदेशी को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं। हमें इसे कोई भी हो, कंपनी कोई भी हो, अगर उसने भारतीय श्रमिक और कारीगर की मेहनत लगाई है, तो वो स्वदेशी है। जब भी आप अपने देश के कारीगरों, श्रमिकों और इंडस्ट्री के बनाए सामान को खरीदते हैं, तो आप कई परिवारों की रोजी-रोटी में मदद करते हैं और देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा करते हैं।”

”GST बचत उत्सव’ की शुभकामनाएं’

आखिरी में पीएम मोदी PM Modi ने लिखा, “मैं अपने दुकानदारों और व्यापारियों से भी अपील करता हूं कि वो स्वदेशी सामान ही बेचें। आइये गर्व से कहें, ये स्वदेशी है। आपके घर की बचत बढ़े, आपके सपने पूरे हों, आप अपने पसंद की चीजों के साथ त्योहारों की चमक बढ़ाएं… मेरी यही कामना है। एक बार फिर, मैं आपको नवरात्रि के साथ ही ‘GST बचत उत्सव’ की शुभकामनाएं देता हूं। धन्यवाद। आपका, नरेन्द्र मोदी।”

GST के 4 प्रकार क्या हैं?

सीजीएसटी, एसजीएसटी, यूजीएसटी और आईजीएसटी भारत में 2017 में एक व्यापक अप्रत्यक्ष कर प्रणाली लागू की गई, जिसे वस्तु एवं सेवा कर (GST) के नाम से जाना जाता है। इसने उत्पाद शुल्क, मूल्य वर्धित कर (VAT) और अन्य जैसे कई अप्रत्यक्ष करों का स्थान ले लिया।

भारत में GST के जनक कौन थे?

भारत में जीएसटी का जनक किसे कहा जाता है? भारतीय राज्य पश्चिम बंगाल के पूर्व वित्त मंत्री डॉ.असीम दासगुप्ता को जीएसटी ढांचे का मसौदा तैयार करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए अक्सर “भारत में जीएसटी के जनक” के रूप में जाना जाता है।

अन्य पढ़ें:

#BreakingNews #GST2Point0 #HindiNews #IndiaEconomy #pmmodi #PublicAppeal #TaxReforms