हैदराबाद। मेडचल डीसीपी एन. कोटि रेड्डी द्वारा पेटबशीराबाद पुलिस स्टेशन में मासिक अपराध समीक्षा बैठक आयोजित की गई। डीसीपी ने जांचाधीन (यूआई) मामलों की विस्तृत समीक्षा की – गंभीर और गैर-गंभीर दोनों – जिनमें 2023 से पहले और 2024 की पहली छमाही के दौरान दर्ज मामले शामिल हैं।
आर्थिक अपराध शाखा के मामलों का मूल्यांकन
इन मामलों की प्रगति, विशेष रूप से आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) के तहत, और केस डायरी (सीडी) फाइलों के वितरण का मूल्यांकन किया गया। उन्होंने पास्को मामले, SC/ST मामले, मजिस्ट्रियल केस (MC), पोस्टमॉर्टम परीक्षा (PME), और फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) रिपोर्ट पेंडेंसी की समीक्षा की गई।
डीसीपी ने प्रभावी जांच के लिए शीघ्र फाइलिंग और समन्वय पर जोर
डीसीपी ने प्रभावी जांच के लिए शीघ्र फाइलिंग और समन्वय पर जोर दिया। संपत्ति का पता लगाने, वसूली दर और सजा ट्रैकिंग में प्रत्येक पुलिस स्टेशन के प्रदर्शन का मूल्यांकन किया गया। वर्ष 2024 और 2025 के लिए उपद्रवी शीटरों पर निगरानी और संदिग्ध शीटों को अपडेट करने पर भी चर्चा की गई। अधिकारियों को सीसीटीएनएस अपडेट में सटीकता और निरंतरता बनाए रखने और किसी भी डेटा भिन्नता को सुधारने के निर्देश दिए गए। साइबर क्राइम की कार्यवाही (पीओएच) और कंपाउंडेबल अपराधों में अभियोजन वापस लेने सहित राष्ट्रीय लोक-अदालत से संबंधित मामलों की समीक्षा की गई।
ध्वनि प्रदूषण के मामलों पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया
उन्होंने ध्वनि प्रदूषण के मामलों, 4सी और प्रजावाणी याचिकाओं और आयोग की रिपोर्टों की पेंडेंसी पर भी ध्यान केंद्रित किया, अधिकारियों से समय पर और प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया। बैठक का समापन जवाबदेही, सक्रिय पुलिसिंग और समय पर मामले के निपटान पर जोर देने के साथ हुआ। डीसीपी ने सभी अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण जांच और नागरिक सेवा वितरण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया। बैठक में अतिरिक्त डीसीपी, सहायक पुलिस आयुक्त (एसीएसपी), एसएचओ, एसआई, आईओ, सीडीओ, सीसीटीएनएस ऑपरेटर और मेडचल जोन के स्टेशन राइटर शामिल हुए।