कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई योजना के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने की दी चुनौती
हैदराबाद। बीआरएस (BRS) के कार्यकारी अध्यक्ष केटी रामाराव (केटीआर) ने मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी (Chief Minister A Revanth Reddy) को मेदिगड्डा बैराज की स्थिति पर खुली बहस करने और कालेश्वरम लिफ्ट सिंचाई योजना के खिलाफ अपने आरोपों को साबित करने की चुनौती दी। केटीआर ने मुख्यमंत्री के बार-बार के दावों का खंडन किया कि बैराज टूट गया है, जिससे कालेश्वरम परियोजना बेकार हो गई है। तेलंगाना भवन में दलित बंधु साधना समिति के साथ एक बैठक में बोलते हुए, रामा राव ने याद दिलाया कि बीआरएस ने पहले ही मुख्यमंत्री की सार्वजनिक बहस की चुनौती स्वीकार कर ली थी और उन्हें तैयारी के लिए तीन दिन का समय देते हुए हैदराबाद के प्रेस क्लब में आमंत्रित किया था।
आप चर्चा से भाग गए
मुख्यमंत्री की हालिया चुनौती का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘आपने हमें एक बार चुनौती दी थी, और हम प्रेस क्लब आए थे। लेकिन आप चर्चा से भाग गए। अगर आपमें सचमुच हिम्मत है, तो मेदिगड्डा में आकर बहस कीजिए।’ उन्होंने रेवंत पर झूठ बोलने का आरोप लगाया, जबकि उन्हें पता था कि पूर्व मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने तुंगतुर्थी और सूर्यपेट जैसे दूर-दराज के इलाकों में भी सिंचाई का पानी पहुँचाया था।
उन्होंने कहा, ‘जलाशय लबालब भरे हुए हैं, फिर भी लोग परेशान हैं। इस सरकार ने सिंचाई और पीने के पानी, दोनों को एक साथ छोड़ दिया है।’ रेवंत रेड्डी पर सीधा निशाना साधते हुए, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पद की गरिमा को ठेस पहुँचाने के लिए उनकी कड़ी आलोचना की। उन्होंने चंद्रशेखर राव और अन्य राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ रेवंत रेड्डी की अभद्र और अपमानजनक भाषा की निंदा की। उन्होंने मुख्यमंत्री पर अहंकारी होने, लोगों को धमकाने और पद तथा एक जिम्मेदार जनप्रतिनिधि के लिए अनुचित भाषा बोलने का आरोप लगाया।
उनके सामने नहीं छोड़ा कोई विकल्प
उन्होंने कहा, ‘ डॉ. बी.आर. आंबेडकर ने कभी सोचा भी नहीं होगा कि रेवंत रेड्डी जैसे धोखेबाज और अपराधी सत्ता में आ जाएँगे। वरना, उन्होंने संविधान में ऐसे लोगों को वापस बुलाने और बाहर निकालने का अधिकार लिख दिया होता।’ उन्होंने आगे कहा कि वे राजनीति में अभद्र भाषा के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ हैं, लेकिन रेवंत रेड्डी ने उनके सामने कोई विकल्प नहीं छोड़ा। उन्होंने कहा कि उन्हें रेवंत रेड्डी के शब्दों में जवाब देने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि रेवंत रेड्डी ऐसी भाषा ही समझते हैं।
आप हम पर 100 मुकदमे लगा सकते हैं
रामा राव ने सोशल मीडिया पर आवाज़ उठाने वालों और असहमति जताने वालों को निशाना बनाने वाली कांग्रेस सरकार की कार्रवाई की भी निंदा की। उन्होंने कहा, ‘आप हम पर 100 मुकदमे लगा सकते हैं, लेकिन हम आपकी कपटपूर्ण और जनविरोधी नीतियों का पर्दाफ़ाश करना बंद नहीं करेंगे।’ उन्होंने वादा किया कि आगामी स्थानीय निकाय चुनावों में जनता उचित फ़ैसला सुनाएगी। इस बीच, पूर्व मंत्री ने कांग्रेस सरकार पर दलित बंधु योजना के तहत लंबित वित्तीय सहायता जारी न करके दलितों के साथ धोखाधड़ी और जनता के विश्वास को तोड़ने का आरोप लगाया। कांग्रेस के घोषणापत्र को सदी का सबसे बड़ा घोटाला बताते हुए, उन्होंने मांग की कि पिछली बीआरएस सरकार के दौरान पहचाने गए प्रत्येक पात्र व्यक्ति को इस योजना के तहत तुरंत धनराशि प्रदान की जाए।

केटीआर की शुरुआत किसने की?
KTR यानी के. टी. रामाराव की राजनीतिक शुरुआत उनके पिता के. चंद्रशेखर राव (KCR) ने की, जो BRS के संस्थापक हैं। केटीआर ने 2009 में राजनीति में प्रवेश किया और तेलंगाना आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई।
आंध्र प्रदेश में केटीआर कौन है?
केटीआर यानी के. टी. रामाराव, आंध्र प्रदेश में नहीं बल्कि तेलंगाना राज्य के प्रमुख नेता हैं। वे पूर्व मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के पुत्र हैं और तेलंगाना राष्ट्र समिति (अब BRS) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री रह चुके हैं।
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