Politics: चंद्रबाबू नायडू के हाथों में फिर TDP की कमान, 16 लोकसभा सीटें जीतकर बने किंगमेकर

By Kshama Singh
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चंद्रबाबू नायडू

चंद्रबाबू नायडू को 2 सालों के लिए चुने गए अध्यक्ष

चंद्रबाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने आंध्र प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की है. वहीं लोकसभा चुनाव में भी पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहा आंध्र की 25 में से 16 संसदीय सीटों पर उसे जीत मिली है. केंद्र की सत्ता में इस बार जनता ने किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं दिया है. बीजेपी 240 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, लेकिन बहुमत का आंकड़ा 272 है. भाजपा के नेतृत्व वाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन 292 सीटों के साथ बहुमत हासिल करने में सफल रहा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को सर्वसम्मति से अगले दो वर्षों के लिए तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) का राष्ट्रीय अध्यक्ष फिर से चुन लिया गया है।

चंद्रबाबू नायडू

जोरदार जयकारों के बीच मुख्यमंत्री नायडू को पद की दिलाई गई शपथ

शपथ ग्रहण समारोह वाईएसआर कडप्पा जिले में पार्टी के वार्षिक तीन दिवसीय मेगा सम्मेलन महानाडु सभा के दूसरे दिन हुआ। टीडीपी के वरिष्ठ नेता और चुनाव समिति के अध्यक्ष वरला रामैया ने भारी भीड़ के सामने चुनाव परिणाम की घोषणा की और बाद में पार्टी समर्थकों की जोरदार जयकारों के बीच मुख्यमंत्री नायडू को पद की शपथ दिलाई। रामैया ने भीड़ को संबोधित करते हुए कहा, ‘नारा चंद्रबाबू नायडू को अगले दो वर्षों के लिए टीडीपी का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव के लिए एक समर्पित चुनाव कार्यालय स्थापित किया गया था और नायडू के नामांकन का समर्थन करने के लिए लगभग 600 पार्टी नेता आगे आए ।

पार्टी राज्य और राष्ट्रीय दोनों राजनीतिक परिदृश्यों में बढ़ रही आगे

नायडू, जो 1995 से पार्टी का नेतृत्व कर रहे हैं, लगभग तीन दशकों के नेतृत्व को चिह्नित करते हुए एक नए कार्यकाल के लिए शीर्ष पर बने हुए हैं। उनके दोबारा चुने जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका समर्थन किया, जिससे टीडीपी के नेतृत्व और निर्देशन में उनकी केंद्रीय भूमिका और मजबूत हुई, क्योंकि पार्टी राज्य और राष्ट्रीय दोनों राजनीतिक परिदृश्यों में आगे बढ़ रही है। आज सुबह महानाडु सभा में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नायडू ने 500 रुपये और उससे अधिक मूल्य के नोटों को बंद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी और वित्तीय लेन-देन में पारदर्शिता बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने 500 रुपये, 1,000 रुपये और 2,000 रुपये जैसे बड़े नोटों को बंद करने की वकालत की और डिजिटल भुगतान को और अधिक बढ़ावा देने का आह्वान किया।