प्रधानमंत्री के कुक का चयन कोई साधारण कार्यविधि नहीं है। यह एक विशेष और कड़ा कार्यविधि के तहत किया जाता है, जो न केवल कुक की कुकिंग स्किल्स बल्कि उनकी हिफ़ाज़त और सफाई की संवेदनशीलता को भी विचार में रखती है।
प्रधानमंत्री के खाने की जिम्मेदारी किसी साधारण कुकिंग जॉब से बहुत ज्यादा होती है।
प्रधानमंत्री के कुक का चयन: एक निर्दय तरीका
प्रधानमंत्री के कुक का चयन हमेशा एक गहरी छानबीन-पड़ताल के बाद किया जाता है। इस तरीका में कई मुख्य पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है, जैसे कि कुक की पूर्व अनुभव, वफादारी, और उनके पेशेवर कौशल।आम तौर पर, पीएम के कुक वे लोग होते हैं जो पहले से ही राष्ट्रपति भवन, प्रेसिडेंसी स्टाफ, या वीआईपी कैटरिंग अंश में काम कर चुके होते हैं।
ऐसे कुक को लंबे वक़्त से वीवीआईपी डिनर, स्टेट इवेंट्स, और अंतरराष्ट्रीय अधिवेशन में अनुभव होता है।
सुरक्षा और सफाई का महत्व
प्रधानमंत्री के कुक के लिए केवल कुकिंग स्किल्स ही नहीं, बल्कि उनके द्वारा पालन किए जाने वाले स्वच्छता और हिफ़ाज़त मानकों का भी विशेष खयाल रखा जाता है। कुकिंग के हर चरण में रक्षण को सुनिश्चित करने के लिए कई प्रक्रियाएं होती हैं। किसी भी कुक को पीएम के लिए काम करने से पहले पुलिस वेरिफिकेशन और इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) से क्लियरेंस प्राप्त करना आवश्यक होता है। इसके बाद, उनका बैकग्राउंड चेक भी किया जाता है।
कुकिंग स्किल्स और अनुभव की अहमियत
प्रधानमंत्री के कुक को सिर्फ भारतीय व्यंजनों में ही नहीं, बल्कि इंटरनेशनल डिशेज में भी महारत हासिल होनी चाहिए। इसके अलावा, फाइव स्टार होटल्स और बड़े रेस्टोरेंट्स में काम करने का अनुभव भी जरूरी होता है।

उन्हें उच्च स्तर की सफाई, प्रेजेंटेशन, और हेल्थ सेफ्टी स्टैंडर्ड्स का पालन करना होता है।
क्या चाहिए एक प्रधानमंत्री के कुक से?
- कुकिंग स्किल्स: भारतीय और अंतरराष्ट्रीय व्यंजनों की विस्तृत जानकारी।
- स्वच्छता और रक्षण: सफाई और स्वास्थ्य मानकों का उच्चतम पालन।
- तजरबा: वीवीआईपी इवेंट्स और अंतरराष्ट्रीय अतिथियों के लिए खाना बनाने का तजरबा।
- विश्वसनीयता: प्रधानमंत्री और अन्य वीवीआईपी के विश्वसनीय कुक होना।