Priyanka Chopra Mary Kom: प्रियंका चोपड़ा आज एक इंटरनेशनल आइकन बन चुकी हैं। बॉलीवुड से हॉलीवुड तक उन्होंने अपनी एक्टिंग का लोहा मनवाया है। लेकिन उनकी कामयाबी फिल्मों के पीछे कई बार ऐसी कहानियां छिपी होती हैं, जो लोगों को प्रेरित कर जाती हैं। 2014 में रिहाई हुई सिनेमा ‘मैरी कॉम’ न केवल एक हिट सिनेमा थी, बल्कि एक इमोशनल जर्नी भी।
पिता की मौत के बाद भी नहीं रुकी प्रियंका
प्रियंका चोपड़ा ने खुद एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था कि जब वह ‘मैरी कॉम’ की शूटिंग आरंभ करने वाली थीं, उसी वक्त उनके पिता अशोक चोपड़ा का निधन हो गया। वो अपने पिता के बहुत करीब थीं और उनकी मृत्यु ने प्रियंका को अंदर से तोड़ दिया था।

हालांकि, केवल 4 दिन बाद ही उन्होंने सिनेमा की शूटिंग फिर से आरंभ कर दी। वजह? सेट पर बॉक्सिंग सीन के लिए सेट तैयार हो चुका था और शूटिंग को रोका नहीं जा सकता था। मूवी के प्रोड्यूसर संजय लीला भंसाली ने उन्हें कुछ वक्त रुकने की सलाह दी थी, लेकिन प्रियंका को यकीन था कि उनके पिता यही चाहते कि वह काम पर लौटें।

दर्द को अभिनय में बदल डाला
Priyanka Chopra Mary Kom: प्रियंका ने बताया कि उन्होंने अपने सारे दुख और तकलीफ उस बॉक्सिंग सीन में डाल दिए। उनका मानना था कि यह सीन उनके लिए एक तरह से ट्रिब्यूट था। उन्होंने कहा, “मेरे पापा मेरे सबसे बड़े सपोर्टर थे। अगर मैं रुक जाती, तो शायद वो मुझसे नाराज होते।”
इस कहानी ने न केवल प्रशंसक को भावुक कर दिया बल्कि प्रियंका की प्रोफेशनलिज़्म और डेडिकेशन को भी सामने लाया।
‘मैरी कॉम’ को प्रियंका की बेहतरीन परफॉर्मेंस में से एक माना जाता है और अब जब आप इस मूवी को देखें, तो पर्दे के पीछे की इस इमोशनल कहानी को अवश्य याद रखें।