प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले अफसरों पर हो कार्रवाई, ज्ञापन में की गई मांग
मंचेरियल। स्थानीय विधायक कोक्किराला प्रेमसागर राव के समर्थकों ने पेड्डापल्ली के सांसद जी वामसी कृष्णा के समर्थकों को डॉ. बीआर अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष ज्ञापन सौंपने से रोक दिया, जिसके बाद हल्का तनाव पैदा हो गया। ज्ञापन में मांग की गई थी कि आधिकारिक कार्यक्रमों में प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
सांसद को किया गया था नजरअंदाज
चेन्नूर, बेलमपल्ली और मंदमरी कस्बों से वामसी कृष्णा के बड़ी संख्या में समर्थक आईबी चौक स्थित अंबेडकर प्रतिमा के पास पहुंचे और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए प्रतिमा को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रोफेसर जयशंकर भूपालपल्ली जिले के कालेश्वरम में हाल ही में आयोजित सरस्वती पुष्करालु के उद्घाटन समारोह के दौरान सांसद को नजरअंदाज किया गया।

जब आमने-सामने हुए सांसद-विधायक के समर्थक
इस बारे में पता चलते ही प्रेमसागर राव के समर्थक मौके पर पहुंच गए और उन्हें ज्ञापन सौंपने से रोक दिया, जिससे हल्का तनाव पैदा हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों समूहों को तितर-बितर किया। आगे की झड़पों को रोकने के लिए जंक्शन पर सशस्त्र पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
सांसद के बीच अंदरूनी कलह
पता चला है कि प्रेमसागर राव, चेन्नूर विधायक विवेक और बेलमपल्ली विधायक विनोद राज्य मंत्रिमंडल में जगह पाने की होड़ में थे, जिसका जल्द ही विस्तार होने की उम्मीद है। वे पार्टी नेतृत्व से अपनी निकटता का उपयोग करते हुए मंत्री पद पाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। इस वजह से प्रेमसागर राव और विवेक के बेटे सांसद के बीच अंदरूनी कलह शुरू हो गई है।
तब आंतरिक कलह हो गई थी उजागर
21 नवंबर को, न तो वामशी कृष्णा और न ही विधायक डॉ जी विवेक और विनोद को एक कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया, जिसमें मंत्री दामोदर राजनरसिम्हा, डी श्रीधर बाबू और डी अनसूया ने भाग लिया था, जिसमें मंचेरियल जिला मुख्यालय में एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की आधारशिला रखी गई थी, जिससे कांग्रेस विधायकों के बीच आंतरिक कलह उजागर हो गई।