आईपीएल 2025 से सनसनीखेज खबर! क्वालिफायर-2 में मुंबई इंडियंस और किंग्स XI पंजाब के बीच हुए रोमांचक मुकाबले में बड़ा उलटफेर देखने को मिला। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 203 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। तिलक वर्मा (62) और सूर्यकुमार यादव (54) की शानदार पारियों ने मुंबई को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
लेकिन किंग्स XI पंजाब ने जवाबी हमला बोला और कप्तान श्रेयस अय्यर की नाबाद 87 रनों (41 गेंद, 8 छक्के, 4 चौके) की तूफानी पारी की बदौलत 19 ओवर में 5 विकेट से जीत हासिल की। जोश इंगल्स (38) और नेहल वढेरा (48) ने भी शानदार साथ दिया।
200 रन बना कर भी फाइनल में जगह नहीं बना सकी मुंबई
यह आईपीएल इतिहास में पहली बार है जब मुंबई इंडियंस 200+ रन बनाकर हारी। पंजाब के गेंदबाजों में अर्शदीप सिंह ने 3 विकेट चटकाए। इस जीत के साथ किंग्स XI पंजाब फाइनल में पहुंच गया, जहां उसका मुकाबला RCB से होगा। क्या पंजाब इतिहास रचकर पहली बार खिताब जीतेगा? यह उलटफेर आईपीएल के रोमांच को नई ऊंचाइयों पर ले गया है। सवाल यह है कि क्या फाइनल में भी होगा ऐसा ही धमाका?
श्रेयश अय्यर की शानदार पारी
क्वालिफायर-2 में किंग्स XI पंजाब के कप्तान श्रेयस अय्यर ने तहलका मचा दिया! मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए तिलक वर्मा (62) और सूर्यकुमार यादव (54) की बदौलत 203 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। लेकिन अय्यर ने 41 गेंदों में नाबाद 87 रन (8 छक्के, 4 चौके) की विस्फोटक पारी खेलकर मुंबई के गेंदबाजों को ध्वस्त कर दिया। जोश इंगल्स (38) और नेहल वढेरा (48) ने उनका बखूबी साथ दिया।
पंजाब ने 19 ओवर में 5 विकेट से जीत हासिल की, जो आईपीएल इतिहास में मुंबई की 200+ स्कोर के साथ पहली हार है। अय्यर की इस तूफानी पारी ने पंजाब को फाइनल में RCB के खिलाफ जगह दिलाई। क्या यह पारी पंजाब को पहला खिताब दिलाएगी? अय्यर की बल्लेबाजी और कप्तानी ने फैंस का दिल जीत लिया है।
पंजाब ने बना दिए कई रिकॉर्ड
पंजाब किंग्स की टीम ने एक रिकॉर्ड ये भी बनाया कि आज तक कोई भी टीम इतना बड़ा स्कोर आईपीएल के प्लेऑफ या नॉकआउट मैचों में चेज नहीं कर पाई थी। पंजाब ने आईपीएल प्लेऑफ के इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर चेज करते हुए हासिल किया। पंजाब किंग्स ने आईपीएल के इतिहास में 8वीं बार 200 से ज्यादा रनों का लक्ष्य हासिल किया। अभी तक कोई भी टीम इतनी बार 200 से ज्यादा रनों को चेज करते हुई मैच नहीं जीत पाई है। बाकी टीमें 5 से ज्यादा बार ये कमाल नहीं कर पाई है।