Purnam Sahu BSF जवान पूर्णम साहू की वापसी का इंतजार!
बीएसएफ जवान Purnam Sahu, जो गलती से सीमा पार कर पाकिस्तान चले गए थे, उनकी सुरक्षित वापसी का इंतजार पूरा देश कर रहा है। 40 वर्षीय पूर्णम कुमार साहू पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में तैनात थे और 23 अप्रैल को पाकिस्तान रेंजर्स द्वारा हिरासत में ले लिए गए थे।
परिवार की उम्मीदें
Purnam Sahu के परिवार, जिसमें उनकी पत्नी रजनी और उनके बच्चे शामिल हैं, उनकी सुरक्षित वापसी के लिए चिंतित हैं और लगातार सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं। उनकी पत्नी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है।

दूतावास स्तर पर प्रयास
भारत सरकार पूर्णम कुमार साहू की रिहाई के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ दूतावास स्तर पर लगातार संपर्क में है। विभिन्न माध्यमों से उनकी सुरक्षित और जल्द वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं।
क्यों हुआ हिरासत में?
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, Purnam Sahu सीमा पर किसानों के एक समूह के साथ गश्त कर रहे थे, तभी वे गलती से अंतर्राष्ट्रीय सीमा पार कर पाकिस्तानी क्षेत्र में चले गए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
तनाव के बीच चिंता
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव बढ़ गया है, खासकर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद। ऐसे में पूर्णम कुमार साहू की सुरक्षा और वापसी को लेकर चिंताएं और भी बढ़ गई हैं।

देश की प्रार्थनाएं
पूरा देश पूर्णम कुमार साहू की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहा है।
सोशल मीडिया पर भी उन्हें वापस लाने के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं।
लोग सरकार से इस मामले में तेजी लाने की अपील कर रहे हैं।
कैदी विनिमय की उम्मीद
Purnam Sahu की पत्नी रजनी ने एक पाकिस्तानी रेंजर, जिसे भारतीय सुरक्षा बलों ने राजस्थान में पकड़ा था,
के साथ कैदी विनिमय की संभावना जताई है।
उन्हें उम्मीद है कि मानवीय आधार पर उनके पति की रिहाई हो सकती है।