नई दिल्ली, 18 सितंबर 2025: कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘वोट चोरी’ के आरोपों पर सफाई देते हुए कहा कि आज का खुलासा ‘हाइड्रोजन बम’ (Hydrigen Bomb) नहीं है, क्योंकि असली बड़ा धमाका अभी बाकी है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “यह मामला गंभीर है लेकिन इसे वे ‘हाइड्रोजन बम’ नहीं कहेंगे क्योंकि असली खुलासा अभी बाकी है।” बिहार में उन्होंने इसे ‘हाइड्रोजन बम’ जैसा बताया था, लेकिन अब उन्होंने स्पष्ट किया कि वास्तविक सबूत बाद में आएंगे।
राहुल ने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग सॉफ्टवेयर के जरिए वोट डिलीट कर रहा है। उन्होंने कहा, “इस प्रक्रिया में कांग्रेस के मजबूत बूथों को टारगेट किया गया।” बूथ के पहले वोटर के नाम का फायदा उठाकर वोट काटे जा रहे हैं, जिससे लोकतंत्र कमजोर हो रहा है। राहुल ने इसे “लोकतंत्र की हत्या” करार दिया और चुनाव आयोग पर जांच में बाधा डालने का इल्जाम लगाया।
कर्नाटक CID की जांच का हवाला देते हुए राहुल ने बताया कि फरवरी 2023 में FIR दर्ज हुई थी। मार्च 2023 से अब तक 18 पत्र भेजे गए, जिसमें डेस्टिनेशन IP, OTP ट्रेल जैसी तकनीकी जानकारी मांगी गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा, “जांच को जानबूझकर अटकाया जा रहा है ताकि ‘लोकतंत्र के हत्यारों’ को बचाया जा सके।”
महाराष्ट्र पर भी निशाना साधते हुए राहुल ने दावा किया, “महाराष्ट्र में भी बड़ी संख्या में फर्जी वोटर जोड़े गए हैं।” यह समस्या एक राज्य तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करने की साजिश है। राहुल ने चेतावनी दी कि यह जारी रहा तो संविधान पर खतरा मंडराएगा।
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