केंद्र सरकार ने गुरुवार को उच्च सदन राज्यसभा में संशोधन प्रस्ताव, 2025 पेश किया। इस प्रस्ताव को लेकर पहले से ही राजनीतिक गलियारों में बातचीत हो रही थी, लेकिन राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर को प्रतिकूल दलों ने घेर लिया। प्रतिकूल नेताओं ने ठाकुर पर गंभीर इलज़ाम लगाते हुए उनके इस्तीफे की मांग की। दरअसल, अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में दिए गए अपने बयान में कर्नाटक घोटाले का बात करते हुए प्रतिकूल के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खरगे का नाम लिया था, जिससे कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों में क्रोध देखने को मिली।
राज्यसभा में विरोध के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि अनुराग ठाकुर ने जो इलज़ाम लगाए हैं, वे पूरी तरह से निराधार हैं और इससे उनकी गौरव को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि ठाकुर को या तो अपने इलज़ाम साबित करने होंगे या फिर उन्हें अपने पद से पदत्याग देना चाहिए। इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा में काफी देर तक हंगामा होता रहा, जिससे सदन की कार्यवाही बाधित हुई।

इस बीच, लोकसभा में बातचीत के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी अपनी जवाब दी। उन्होंने कहा कि वह अपने मंत्रिमंडलीय सहयोगी द्वारा पेश किए गए संशोधन विधेयक का समर्थन करते हैं। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि या तो निर्दोष भाव से या फिर राजनीतिक कारणों से कई भ्रम फैलाई जा रही हैं, जिससे पूरे देश में गलत संदेश जा रहा है। शाह ने कहा कि इस तरह की भ्रम फैलाने की कोशिशों को रोका जाना चाहिए और सही जानकारी जनता तक पहुंचाई जानी चाहिए।