Rekha Jhunjhunwala Stake Nazara में हिस्सेदारी आधी, अब सिर्फ 3.6% क्या हुआ?
Rekha Jhunjhunwala—प्रसिद्ध निवेशक Rakesh Jhunjhunwala की विधवा और उनकी संपत्ति की क्लाइमैन—ने हाल ही में Nazara Technologies में अपनी हिस्सेदारी लगभग आधी घटाकर 3.6% कर दी है।
यह जानकारी आज की regulatory filing में सामने आई है।
कितनी हिस्सेदारी बेची गई?
- जून 2–6 की अवधि में Rekha ने प्रथम चरण में 1.98% की हिस्सेदारी बेच दी, यानी लगभग 17.38 लाख शेयर।
- फिर, 9–10 जून को उन्होंने अतिरिक्त 1.4% शेयर और बेचे, यानी 12.36 लाख शेयर।
- इस तरह कुल मिलाकर उनके Nazara में हिस्सेदारी 7.05% से घटकर 3.66% (लगभग 32.08 लाख शेयर) हो गई।

बिक्री का समय और उसकी पृष्ठभूमि
यह स्टेक सेल Q4 FY25 के नतीजों के तुरंत बाद हुई है, जिसमें कंपनी ने लगभग ₹4 करोड़ का शुद्ध लाभ दर्ज किया था।
यह कदम उनके पोर्टफोलियो री-बैलेंसिंग और संभवतः रिस्क मैनेजमेंट रणनीति का हिस्सा हो सकता है।
Nazara के शेयरों पर इसका क्या असर?
- इस सेल की रिपोर्टिंग के बाद Nazara के शेयरों में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया।
- BSE पर यह ₹1,273.50 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि NSE पर ₹1,274 के आसपास बंद हुआ।
- हालांकि बिक्री के समय शेयरों में बढ़त भी देखी गई थी—यह संकेत देता है कि बाज़ार इस बदलाव को सकारात्मक रूप से देख रहा है।
जिन्हें होगा फायदा और संभावित असर
- Nazara के अन्य निवेशकों और बाज़ार भावना (sentiment) पर इसका असर होगा,
- क्योंकि ऐसे सेल से कंपनी में भरोसे का स्तर समझा जाता है।
- अन्य वित्तीय संस्थानों और HNI निवेशकों की सक्रियता बढ़ सकती है।
- Nazara जैसी गेमिंग और ई-स्पोर्ट्स कंपनियों में हिस्सेदारी की कमी उनकी नियंत्रण क्षमता को भी प्रभावित कर सकती है।

संभावित रणनीति क्या हो सकती है?
- Rekha Jhunjhunwala Estate संभवतः ₹374 करोड़ तक की नकदी अपने पास रख सकती है, जिसे वे अन्य क्षेत्रों में निवेश कर सकते हैं।
- Nazara भी नए निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बाजार में अपनी हिस्सेदारी फिर से बढ़ा सकती है।
Rekha Jhunjhunwala Stake में यह हालिया कटौती Nazara Technologies की शेयर संरचना में एक बड़ा बदलाव है। 7% से घटकर 3.6% होना न केवल उनकी निवेश रणनीति को दर्शाता है, बल्कि गेमिंग सेक्टर में निवेश के बदलते रुझान को भी इंगित करता है। यह कदम निवेशकों और बाज़ार के लिए एक संकेत है कि अब Nazara में संतुलन और नए अवसर बन सकते हैं, खासकर तब जब कंपनी Q4 में मुनाफे की दिशा में सही रास्ते पर है।