Repo Rate 5.5% हुआ, जानें आम आदमी को क्या मिलेगा लाभ रेपो रेट में 0.5% की कटौती का ऐलान
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने मौद्रिक नीति की समीक्षा में बड़ा फैसला लेते हुए Repo Rate को 0.5% घटा कर 5.5% कर दिया है। यह कदम ऐसे समय में लिया गया है जब देश में आर्थिक गतिविधियों को और तेज़ करने की आवश्यकता है।
क्या होता है Repo Rate और इसका क्या महत्व है?
रेपो दर वह दर होती है जिस पर RBI वाणिज्यिक बैंकों को अल्पकालिक ऋण देता है। जब इसमें कटौती होती है, तो बैंक भी अपने ग्राहकों को सस्ता लोन देने लगते हैं।

मुख्य असर:
- लोन की ब्याज दरें घटेंगी
- EMI में राहत मिलेगी
- निवेश और मांग बढ़ेगी
आम लोगों को कैसे होगा फायदा?
रेपो दर में 0.5% की कटौती से होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ब्याज दरों में कमी आने की संभावना है। इससे आम लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
फायदे:
- मौजूदा लोन पर EMI घटेगी
- नया लोन लेना सस्ता होगा
- रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर को मिलेगा बूस्ट
किन क्षेत्रों को होगा सीधा फायदा?
- होम लोन लेने वालों को ब्याज में राहत
- छोटे व्यवसायों को कर्ज लेना होगा आसान
- ग्राहकों को खरीदारी के लिए मिलेगा प्रोत्साहन
- बाजारों में निवेश की रफ्तार बढ़ेगी

विशेषज्ञों की राय क्या है?
आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि 5.5% का रेपो दर मौद्रिक स्थिरता और विकास दोनों के लिए संतुलित कदम है। इससे मांग आधारित अर्थव्यवस्था को बल मिलेगा और मुद्रास्फीति पर भी नियंत्रण रहेगा।
Repo Rate में 0.5% की कटौती से आम आदमी को सस्ते लोन, कम EMI और बेहतर आर्थिक अवसर मिल सकते हैं। रिजर्व बैंक का यह फैसला अर्थव्यवस्था को गति देने और जनता को राहत देने की दिशा में एक अहम कदम है।