दिल्ली में कमाएं 50,000 तक
Traffic Offences : दिल्ली सरकार (Delhi Government) और ट्रैफिक पुलिस ने नागरिकों को ट्रैफिक (Traffic Offences) नियमों का पालन कराने में भागीदार बनाने के लिए एक विशेष योजना शुरू की है, जिसमें आम लोग नियम तोड़ने वालों की जानकारी देकर इनाम पा सकते हैं।
कमाई का मौका: 50,000 रुपये तक का इनाम
- गलत पार्किंग,
- रेड लाइट जंप करना,
- नो-एंट्री में प्रवेश,
- हेलमेट या सीट बेल्ट न पहनना
जैसे मामलों की फोटो या वीडियो सबूत के साथ रिपोर्ट करता है, तो उसे इनाम के रूप में 2,000 से 50,000 तक की राशि मिल सकती है।
Traffic Offences : अगर आप दिल्ली की सड़कों पर रोज ट्रैफिक की बदहाली से परेशान रहते हैं, जैसे कभी कोई रेड लाइट जंप करता है, तो कोई उल्टी दिशा में गाड़ी चलाता है (रॉन्ग साइड ड्राइविंग), तो अब आपके पास मौका है कुछ बदलाव लाने का।
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने ‘ट्रैफिक प्रहरी एप’ के जरिए आम नागरिकों को यह अधिकार दिया है कि वे नियम तोड़ने वालों की रिपोर्ट करें। और साथ ही इनाम के रूप में पैसे भी कमाएं। सबसे ज्यादा रिपोर्ट भेजने वाले लोगों को हर महीने 50,000 रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा।
ट्रैफिक प्रहरी मूवमेंट में कैसे जुड़ें
‘ट्रैफिक प्रहरी एप’ पहली बार 2015 में लॉन्च हुआ था, लेकिन अब इसे और भी यूजर-फ्रेंडली बना दिया गया है। सबसे पहले आपको यह एप अपने स्मार्टफोन पर डाउनलोड करना होगा। इसके बाद मोबाइल नंबर डालकर OTP (ओटीपी) से रजिस्ट्रेशन करें। एक बार लॉगिन हो जाने के बाद, आप एप में फोटो और वीडियो अपलोड कर सकते हैं। इसमें टाइम और लोकेशन की डिटेल शामिल होनी चाहिए ताकि पुलिस उसकी असलियत की जांच कर सके।
इस एप के जरिए आप कई तरह के ट्रैफिक उल्लंघनों की रिपोर्ट कर सकते हैं। जैसे रेड लाइट जम्प करना, उल्टी दिशा में गाड़ी चलाना, लापरवाही से ड्राइविंग, या गैरकानूनी पार्किंग। रिपोर्ट मिलने के बाद पुलिस हर केस की जांच करती है ताकि कोई झूठी या बदले की भावना से की गई रिपोर्ट न रहे। इसके बाद ट्रैफिक चालान जारी किया जाता है।
यह एप एंड्रॉयड यूजर्स के लिए गूगल प्ले स्टोर और आईफोन यूजर्स के लिए एपल एप स्टोर पर उपलब्ध है।
सिविक ड्यूटी के साथ-साथ पैसे कमाने का मौका
दिल्ली ट्रैफिक पुलिस इस पहल को एक जन-आंदोलन बनाना चाहती है। इसलिए हर महीने टॉप रिपोर्ट करने वालों को नकद पुरस्कार दिए जा रहे हैं। लोगों के द्वारा दर्ज की गई रिपोर्ट की संख्या के आधार पर, पहले पुरस्कार 50,000 रुपये, दूसरा 25,000 रुपये, तीसरा 15,000 रुपये और चौथा पुरस्कार 10,000 रुपये कमाए जा सकते हैं।
इस पहल के पीछे हैं डीसीपी ट्रैफिक एसके सिंह, जिनका मकसद है कि आम लोग भी ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में भागीदार बनें। इससे दिल्ली की सड़कों को और सुरक्षित और अनुशासित बनाने में मदद मिलेगी।
ट्रैफिक लाइट के नियम क्या हैं?
लाल तीर – लाल तीर का मतलब है कि जब तक हरा सिग्नल या हरा तीर न दिखाई दे, तब तक रुकें। लाल तीर के सामने मुड़ना मना है। पीला — पीली सिग्नल लाइट आपको चेतावनी देती है कि लाल सिग्नल आने वाला है। जब आपको पीली लाइट दिखाई दे, तो आपको रुक जाना चाहिए, अगर आप सुरक्षित रूप से रुक सकते हैं।
कौन से देश में ट्रैफिक सिग्नल नहीं है?
लेकिन हमारी दुनिया में एक देश ऐसा भी है, जहां पर कोई ट्रैफिक सिग्नल नहीं है। यह देश भारत का पड़ोसी देश है जिसका नाम भूटान है। दक्षिण-पूर्वी एशिया में पूर्वी हिमालय में स्थित इस सुंदर देश में एक भी ट्रैफिक सिग्नल नहीं हैं।