अधिकारियों की टीम के साथ ममनूर पीटीसी में की बैठक
हनमकोंडा। पुलिस आयुक्त (Police Commissioner) सनप्रीत सिंह ने पुलिस अधिकारियों से वारंगल में आयोजित होने वाली दूसरी राज्य स्तरीय पुलिस ड्यूटी मीट (State-level Police Duty Meet) को सफल बनाने के लिए समन्वय से काम करने को कहा है। उन्होंने मंगलवार को ममनूर पुलिस प्रशिक्षण केंद्र में आगामी कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा के लिए ड्यूटी-मीट पर्यवेक्षकों और आयुक्तालय अधिकारियों की टीम के साथ ममनूर पीटीसी में बैठक की। उन्होंने पीटीसी में बुनियादी ढाँचे की व्यवस्था का निरीक्षण किया। पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस आयोजन में राज्य भर से बड़ी संख्या में पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भाग लेंगे, जहां विभिन्न श्रेणियों में प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी और आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार किया जाएगा।

समितियों के प्रभारी अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी की पूछताछ
सिंह ने प्रतियोगिताओं के आयोजन के लिए डीसीपी और एसीपी के साथ विशेष समितियों की नियुक्ति के अलावा, आयोजित की जाने वाली गतिविधियों के लिए संबंधित समितियों के प्रभारी अधिकारियों की भूमिका के बारे में भी पूछताछ की। निर्णायकों और निरीक्षण विशेषज्ञों ने इन प्रतियोगिताओं के सुचारू संचालन के लिए की जाने वाली व्यवस्थाओं पर पुलिस आयुक्त को कई सुझाव दिए। पुलिस आयुक्त ने कहा कि उन्हें वारंगल में दूसरी ड्यूटी मीट आयोजित करने पर खुशी है।
पुलिस आयुक्त ने अधिकारियों को सलाह दी कि प्रतियोगिताओं के प्रबंधन के लिए नियुक्त समिति के सदस्य उन्हें सौंपे गए कर्तव्यों का सफलतापूर्वक निर्वहन करें और प्रतियोगिताओं से संबंधित किसी भी प्रश्न को उनके संज्ञान में लाएँ। उन्होंने कहा कि कार्यों को योजनाबद्ध तरीके से पूरा किया जाना चाहिए। डीसीपी अंकित कुमार, शेख सलीमा, राजमहेंद्र नाइक, पीटीसी प्रिंसिपल पूजा, सीआईडी एसपी राम रेड्डी, कमांडेंट रामकृष्ण, अतिरिक्त डीसीपी रवि, सुरेश कुमार, श्रीनिवास, प्रभाकर राव और अन्य उपस्थित थे।
वारंगल का वर्तमान नाम क्या है?
वारंगल का वर्तमान नाम अभी भी वारंगल ही है। हालांकि स्थानीय भाषा तेलुगु में इसे “ओरुगल्लु” कहा जाता है, जिसका अर्थ है “एक पत्थर का शहर”। ऐतिहासिक रूप से भी इसका यही नाम प्रचलित रहा है।
वारंगल किस लिए प्रसिद्ध है?
वारंगल अपने काकतीय वंश के ऐतिहासिक किले, हंडलोनी मंदिरों, और खूबसूरत झीलों के लिए प्रसिद्ध है। यह विश्व धरोहर स्थलों में शामिल वारंगल किला और हजार स्तंभों वाला मंदिर के कारण भी लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।
वारंगल किसकी राजधानी थी?
वारंगल काकतीय राजवंश की राजधानी थी। 12वीं और 13वीं शताब्दी में यह काकतीय साम्राज्य का राजनीतिक और सांस्कृतिक केंद्र था। काकतीय राजाओं ने यहां कई मंदिर और किले बनवाए।
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