अधिकारियों ने दिया तकनीकी कारणों का हवाला
पेड्डापल्ली: रामागुंडम फर्टिलाइजर्स (Ramagundam Fertilizers) एंड केमिकल्स लिमिटेड (आरएफसीएल) में बार-बार शटडाउन होने का कारण घटिया अमोनिया पाइपलाइन (Ammonia Pipeline) को माना जा रहा है, जिसके कारण बार-बार रिसाव हुआ और प्रबंधन को इस वर्ष कई बार परिचालन स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। संयंत्र 8 मई से 15 जून तक, फिर 16 जुलाई से 4 अगस्त तक और हाल ही में 14 अगस्त को बंद रहा। अधिकारियों ने तकनीकी कारणों का हवाला दिया, लेकिन राज्य सरकार कथित तौर पर संभावित षड्यंत्र के पहलुओं की जांच कर रही है और खुफिया विभाग से जानकारी मांगी है।
कई बार बंद होने के बावजूद नहीं निकला कोई स्थायी समाधान
अपनी शुरुआत के बाद से, अमोनिया पाइपलाइन एक लगातार समस्या बनी हुई है, और अधिकारियों को रिसाव के कारण बार-बार उत्पादन रोकना पड़ा है। कई बार बंद होने के बावजूद, कोई स्थायी समाधान नहीं निकला है। इन बंदों के समय को लेकर भी चिंताएँ जताई जा रही हैं, जो कृषि के चरम मौसम के साथ मेल खाते हैं। यूरिया की कमी से पहले से ही जूझ रहे किसानों पर आरएफसीएल का उत्पादन ठप रहने से और भी ज़्यादा असर पड़ा है। इस खरीफ सीज़न में, इस संयंत्र ने राज्य को आवश्यक 65,000 टन यूरिया की तुलना में केवल 20,000 टन यूरिया की आपूर्ति की है, जिससे कमी पैदा हो रही है। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र जानबूझकर कृत्रिम कमी पैदा करने और राज्य सरकार को परेशान करने के लिए संयंत्र को बंद कर रहा है।
विधायक ने किया निरीक्षण
रामागुंडम के विधायक मक्कन सिंह राज ठाकुर, जिन्होंने हाल ही में इस सुविधा का निरीक्षण किया था, ने भी इन शंकाओं को दोहराया तथा कहा कि घटिया पाइपलाइनों का उपयोग बार-बार अमोनिया रिसाव का मूल कारण है। 2021 में स्थापित, आरएफसीएल को सालाना 1.2 लाख टन यूरिया उत्पादन और तेलंगाना को 45 प्रतिशत आपूर्ति करने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। आरएफसीएल ने प्रतिदिन 3,850 टन यूरिया और 2,220 टन अमोनिया उत्पादन का लक्ष्य रखा था। हालाँकि, बार-बार बंद होने के कारण, यह संयंत्र इस सीज़न में पहले ही 1.3 लाख मीट्रिक टन उत्पादन करने में विफल रहा है।
अमोनिया क्या होता है?
एक रंगहीन, तीव्र गंध वाली गैस को अमोनिया कहा जाता है। इसका रासायनिक सूत्र NH₃ है और यह नाइट्रोजन तथा हाइड्रोजन के संयोजन से बनती है। यह गैस पानी में आसानी से घुल जाती है और खाद, रेफ्रिजरेंट, क्लीनिंग एजेंट तथा रसायनिक उद्योगों में बड़े पैमाने पर प्रयुक्त होती है।
अमोनिया क्या है?
रसायन विज्ञान की दृष्टि से अमोनिया एक क्षारीय यौगिक है। यह प्राकृतिक रूप से जैविक प्रक्रियाओं और विघटन से उत्पन्न होती है। उद्योगों में इसे कृत्रिम रूप से हाबर प्रक्रिया द्वारा तैयार किया जाता है। इसकी तीखी गंध और घुलनशीलता के कारण इसे कई औद्योगिक व घरेलू कार्यों में प्रयोग किया जाता है।
अमोनिया का pH का मान कितना होता है?
पानी में घुली अमोनिया का pH लगभग 11 के आसपास होता है, जो इसे एक क्षारीय विलयन बनाता है। इसका उच्च pH यह दर्शाता है कि इसमें हाइड्रॉक्साइड आयनों की सांद्रता अधिक होती है। इसी गुण के कारण अमोनिया का प्रयोग सफाई, औद्योगिक रसायनों और उर्वरकों के निर्माण में किया जाता है।
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