Rishabh Pant गेंदबाजों के बने आसान शिकार, 27 करोड़ में मिला धोखा?
इस सीजन में Rishabh Pant से फैंस को काफी उम्मीदें थीं, लेकिन मैदान पर उनका प्रदर्शन हर बार निराशाजनक रहा। टीम ने उन पर ₹27 करोड़ की बड़ी रकम खर्च की, लेकिन नतीजा क्या निकला? अब तक के आंकड़े बताते हैं कि ऋषभ पंत ने ना सिर्फ खराब प्रदर्शन किया, बल्कि अपनी टीम को जीत दिलाने में भी नाकाम रहे।
ऋषभ पंत की फ्लॉप फॉर्म बनी टीम पर बोझ
Delhi Capitals के लिए Rishabh Pant की वापसी एक उम्मीद की तरह थी, लेकिन वे अब तक सिर्फ नाम के कप्तान साबित हुए हैं।
अब तक Rishabh Pant का प्रदर्शन:
- सिर्फ कुछ मैचों में दोहरे अंक में पहुंचे
- लगातार स्पिनर्स के खिलाफ हुए आउट
- स्ट्राइक रेट में भारी गिरावट
- कप्तानी में कोई रणनीतिक धार नहीं दिखी
Rishabh Pant का फ्लॉप शो क्या 27 करोड़ का खिलाड़ी ऐसे खेलता है?
ऋषभ पंत को ₹27 करोड़ में रिटेन किया गया था, यानी उन पर फ्रेंचाइज़ी ने बड़ा भरोसा जताया। लेकिन:
- उन्होंने कोई मैच जिताऊ पारी नहीं खेली
- विकेट के पीछे भी कैच और स्टंपिंग में चूके
- बैटिंग में जल्दबाज़ी दिखाकर खुद को फंसा लिया
इन सबके कारण टीम को लगातार हार का सामना करना पड़ा।
Rishabh Pant के आंकड़े आंखें खोलने वाले
आंकड़ा | आंकड़ा (अब तक) |
---|---|
मैच | 9 |
रन | 187 |
एवरेज | 20.7 |
स्ट्राइक रेट | 119.8 |
डक | 2 |
इन आंकड़ों से साफ है कि Rishabh Pant ने ना तो खुद पर इन्वेस्ट किए गए पैसे का फायदा दिया, और ना ही कप्तानी से कोई करिश्मा दिखाया।
ऋषभ पंत को क्या करना चाहिए अब?
विशेषज्ञों की सलाह:
- खुद को फिनिशर नहीं, एंकर रोल में ढालें
- आक्रामकता में संयम लाएं
- कप्तानी में अनुभवी खिलाड़ियों की सलाह लें
- नेट्स में स्पिनर्स के खिलाफ ज्यादा प्रैक्टिस करें
फैंस का भरोसा टूट रहा है Pant से
Rishabh Pant से फैंस को उम्मीद थी कि वे IPL में ‘गेम चेंजर’ साबित होंगे। लेकिन अब सोशल मीडिया पर फैंस उन्हें “27 करोड़ का बोझ” कहकर ट्रोल कर रहे हैं।
सोशल मीडिया प्रतिक्रियाएं:
- “Pant को पैसे मिले पर रन नहीं”
- “इतने पैसे लेकर तो कम से कम कप्तानी ठीक कर लेते”
- “Delhi को किसी और पर भरोसा करना चाहिए था”
टीम के लिए liability बन चुके हैं Pant?
जहां एक ओर Rishabh Pant का करियर कभी आक्रामकता का प्रतीक था, वहीं आज वे खुद अपने खेल से जूझते दिख रहे हैं। क्या टीम मैनेजमेंट को उन्हें रेस्ट देना चाहिए? क्या अगली नीलामी में उनका रेट गिरेगा?
फिलहाल इतना तय है कि ऋषभ पंत को अपनी जिम्मेदारियों को फिर से समझना होगा — वरना उनका नाम अब “मूल्य से भारी खिलाड़ी” की जगह “विफल निवेश” में गिना जाएगा।