सभी धर्मों की संस्कृति का विकास नदियों के तट पर हुआ है, इसलिए हमें मिलकर नदियों को सुरक्षित और संरक्षित करना होगा — डॉ. हेमंत यादव
UPI गंगा समिति एवं नमामि गंगे परियोजना (Namami Gange Pariyajna) के अंतर्गत आज आलिया गर्ल्स इंटर कॉलेज, मऊ (Mau) में नदी जागरूकता कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं एवं समाज में नदी संरक्षण, स्वच्छता और पर्यावरणीय जागरूकता को बढ़ावा देना था।
कार्यक्रम की शुरुआत देशभक्ति से ओतप्रोत गीत “सारे जहाँ से अच्छा हिन्दोस्ताँ हमारा” के साथ हुई, जिसे छात्राओं ने पूरे जोश के साथ प्रस्तुत किया। इसके बाद, छात्राओं ने गंगा, तमसा और भारत की अन्य प्रमुख नदियों के महत्व को रेखांकित करते हुए कविताएँ, गीत और प्रेरक भाषण प्रस्तुत किए। उनके रचनात्मक प्रदर्शन ने नदियों को प्रदूषण से मुक्त रखने और सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता को प्रभावशाली ढंग से उजागर किया।
जिला गंगा समिति और नमामि गंगे के जिला परियोजना अधिकारी डॉ. हेमंत कुमार यादव ने इस अवसर पर छात्राओं को नदी संरक्षण की शपथ दिलाई। अपने संबोधन में उन्होंने कहा, “नदियाँ हमारी सभ्यता और संस्कृति का आधार हैं। हर धर्म और संस्कृति का उद्भव नदियों के किनारे हुआ है। इसलिए, इनका संरक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है।”
डॉ. यादव ने जोर देकर कहा कि स्वच्छ नदियाँ केवल हमारे स्वास्थ्य और आजीविका के लिए ही नहीं, बल्कि भावी पीढ़ियों के लिए भी अनिवार्य हैं। उन्होंने छात्राओं से अपील की कि वे स्वच्छता की शुरुआत खुद से करें और नदी तटों पर प्लास्टिक या कचरा न फैलाएँ। साथ ही, उन्होंने किसानों से रासायनिक उर्वरकों के बजाय जैविक खाद का उपयोग करने का आग्रह किया, ताकि नदियों का प्राकृतिक पारिस्थितिकी तंत्र सुरक्षित रहे।
कार्यक्रम में छात्राओं का उत्साह और उनकी प्रस्तुतियों ने सभी को नदियों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का एहसास दिलाया। यह आयोजन न केवल जागरूकता फैलाने में सफल रहा, बल्कि समाज में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक सकारात्मक संदेश भी दे गया।