हैदराबाद। पूर्ववर्ती आंध्र प्रदेश (AP) के पूर्व मुख्यमंत्री (Ex CM) कोनिजेती रोसैया को 16 बार राज्य का बजट पेश करने का दुर्लभ गौरव प्राप्त था, जो न केवल उनकी राजनीतिक सूझबूझ, बल्कि उनकी आर्थिक विशेषज्ञता का भी प्रमाण है। आईटी और उद्योग मंत्री दुदिल्ला श्रीधर बाबू ने कहा कि वह केवल एक राजनेता ही नहीं, बल्कि एक अनुभवी अर्थशास्त्री और नीति निर्माता भी थे।
रोसैया ने विपक्ष से भी प्रशंसा अर्जित की
हैदराबाद में कोनिजेती रोसैया की 92वीं जयंती समारोह के कार्यक्रम में बोलते हुए, मंत्री ने कहा कि रोसैया एक ऐसे राजनेता थे, जिन्होंने अपनी सिद्धांतवादी और मूल्य-आधारित राजनीति के कारण न केवल अपनी पार्टी से बल्कि विपक्ष से भी प्रशंसा अर्जित की। उन्होंने कहा, “सर्वोच्च पदों पर पहुंचने के बावजूद, वे विनम्र और जमीन से जुड़े रहे। यह बहुत गर्व और खुशी की बात है कि ऐसे महान नेता की प्रतिमा का आज लकडीकापुल में अनावरण किया गया । यह ऐसे कद के व्यक्ति को सच्ची श्रद्धांजलि है।”

रोसैया ने कभी सत्ता की लालसा नहीं की: मंत्री
मंत्री ने कहा कि रोसैया ने कभी सत्ता की लालसा नहीं की, बल्कि जिम्मेदारियों और पदों ने उन्हें ढूंढा। एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता के रूप में शुरुआत करते हुए, वे अपनी योग्यता के बल पर एमएलसी, एमएलए, एमपी, मंत्री, मुख्यमंत्री और राज्यपाल के रूप में सेवा करने के लिए आगे बढ़े, और प्रत्येक भूमिका को ईमानदारी और उत्कृष्टता के साथ निभाया। उन्होंने कहा, “रोसैया की वाकपटुता, निरंतर अध्ययन, प्रशासनिक कौशल और पार्टी के प्रति अटूट निष्ठा उनके सार्वजनिक जीवन की पहचान थी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इन गुणों ने उनके कद और विरासत को ऊंचा किया।”
अंतिम सांस तक रोसैया जन सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहे
मंत्री ने आगे कहा कि अपनी अंतिम सांस तक रोसैया जन सेवा के लिए प्रतिबद्ध रहे और उन्हें मुद्दों के अपने सूक्ष्म अध्ययन और विधानमंडल में लोगों की आवाज बनने के लिए जाना जाता था। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष गद्दाम प्रसाद कुमार, विधान परिषद के सभापति गुत्ता सुखेंद्र रेड्डी, मंत्री पोन्नम प्रभाकर और जुपल्ली कृष्ण राव तथा अन्य नेता भी उपस्थित थे।
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