सियासत में एक बार फिर तूफान मचने को तैयार है! उपराष्ट्रपति चुनाव से पहले एनडीए ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के करीबी कैडर और महाराष्ट्र के गवर्नर सी.पी. राधाकृष्णन (CP Radhakrishnan) को अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Modi) ने उन्हें संसद में सांसदों से मिलवाया, लेकिन दूसरी तरफ विपक्ष खामोश नहीं है! मल्लिकार्जुन खड़गे के घर आज विपक्षी नेता जुट रहे हैं, ताकि इस सियासी जंग में अपनी चाल चल सकें। आखिर क्या है इस सियासी ड्रामे का पूरा माजरा?
राधाकृष्णन का दौरा और एनडीए की रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को नई दिल्ली में सी.पी. राधाकृष्णन से मुलाकात की और उन्हें एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में अपनी शुभकामनाएँ दीं। मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “श्री सी.पी. राधाकृष्णन जी से मुलाकात की। उन्हें एनडीए के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार के रूप में शुभकामनाएँ दीं। उनके लंबे सार्वजनिक सेवा के अनुभव और विभिन्न क्षेत्रों की विशेषज्ञता से हमारा राष्ट्र समृद्ध होगा।”
राधाकृष्णन, जो तमिलनाडु के कोयंबटूर से दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं और पूर्व में झारखंड, तेलंगाना और पुदुचेरी के गवर्नर रह चुके हैं, को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का करीबी माना जाता है। उनकी उम्मीदवारी को दक्षिण भारत, विशेषकर तमिलनाडु, के मतदाताओं को आकर्षित करने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
एनडीए ने राधाकृष्णन की उम्मीदवारी को मजबूत करने के लिए गठबंधन के बाहर की पार्टियों से भी समर्थन जुटाने की कोशिश शुरू कर दी है। वाईएसआर कांग्रेस ने पहले ही उनके समर्थन की घोषणा कर दी है, जबकि बीजू जनता दल (बीजद) के भी समर्थन देने की संभावना है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को विपक्षी नेताओं, जैसे मल्लिकार्जुन खड़गे, नवीन पटनायक, जगन मोहन रेड्डी और एम.के. स्टालिन से संपर्क करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 781 सदस्यों वाले निर्वाचक मंडल में एनडीए के पास 424 सांसदों का समर्थन है, जो उसे स्पष्ट बहुमत देता है। फिर भी, बीजेपी समर्थन की संख्या को और बढ़ाने के लिए सक्रिय है।
खड़गे के घर विपक्ष की रणनीति
विपक्षी गठबंधन इंडिया की ओर से मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को अपने आधिकारिक आवास, 10 राजाजी मार्ग, पर इंडिया ब्लॉक के फ्लोर लीडर्स की बैठक बुलाई है। यह बैठक उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की रणनीति तय करने के लिए महत्वपूर्ण है।
सूत्रों के अनुसार, विपक्ष इस चुनाव में सांकेतिक विरोध दर्ज कराने या एनडीए की जीत को चुनौती देने के लिए एक उम्मीदवार उतारने पर विचार कर सकता है। खड़गे ने पहले भी एनडीए के उम्मीदवार को “एक और आरएसएस व्यक्ति” कहकर आलोचना की थी, जिससे यह संकेत मिलता है कि विपक्ष इस मुद्दे पर आक्रामक रुख कर सकता है।
विपक्ष की यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब हाल के संसद सत्रों में इंडिया ब्लॉक ने एकजुटता दिखाई है। उदाहरण के लिए, हाल ही में राज्यसभा में विशेष गहन संशोधन (एसआईआर) के मुद्दे पर 15 से अधिक विपक्षी दलों ने मिलकर विरोध किया था।
इसके अलावा, 11 अगस्त को खड़गे ने अपने घर पर विपक्षी सांसदों के लिए एक रात्रिभोज का आयोजन किया था, जिसमें कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, सपा और अन्य दलों के नेता शामिल हुए थे। यह बैठक भी विपक्ष की एकजुटता को और मजबूत करने की कोशिश है।
सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम क्या है?
चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन (जन्म 20 अक्टूबर 1957) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो 31 जुलाई 2024 से महाराष्ट्र के 24वें और वर्तमान राज्यपाल के रूप में कार्यरत हैं।
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