सागर, 26 जुलाई 2025: मध्य प्रदेश के सागर (Sagar) जिले से एक चौंकाने वाली और दुखद घटना सामने आई है, जहां एक ही परिवार के चार सदस्यों ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है, और गांव में मातम पसरा हुआ है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है।
जानकारी के अनुसार, सागर जिले के तिहार गांव में शुक्रवार देर रात इस घटना का पता चला। मृतकों में एक बुजुर्ग महिला (दादी), उनके बेटे, और उनके दो नाबालिग बच्चे—एक बेटा और एक बेटी—शामिल हैं। बताया जा रहा है कि परिवार ने जहर खाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। घटना के समय मृतक की पत्नी अपने मायके गई हुई थी, जिस कारण वह इस त्रासदी से बच गई। स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस और फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
पुलिस की प्रारंभिक जांच:
सागर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) संजीव उइके ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है। पुलिस ने मौके से कुछ साक्ष्य जमा किए हैं, जिनमें एक डायरी और कुछ व्यक्तिगत सामान शामिल हैं। हालांकि, अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है, जिससे आत्महत्या के सटीक कारणों का पता चल सके। ASP ने कहा, “हमने 10 टीमें गठित की हैं, जो अलग-अलग पहलुओं पर जांच कर रही हैं। परिवार के रिश्तेदारों, पड़ोसियों और अन्य लोगों से पूछताछ की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच के बाद ही स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी।”
आर्थिक तंगी या पारिवारिक विवाद?
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, परिवार पिछले कुछ समय से आर्थिक तंगी और पारिवारिक तनाव से जूझ रहा था। मृतक व्यक्ति खेती और छोटे-मोटे व्यवसाय से परिवार का गुजारा करता था। कुछ ग्रामीणों का कहना है कि परिवार पर कर्ज का बोझ था, जिसके दबाव में यह कदम उठाया गया हो सकता है। हालांकि, पुलिस ने इन दावों की पुष्टि नहीं की है और कहा कि सभी संभावनाओं की जांच की जा रही है। पड़ोसियों ने बताया कि परिवार सामान्य रूप से रहता था और कोई बड़ा विवाद सामने नहीं आया था।
प्रशासन का रुख:
इस घटना के बाद सागर जिला प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। स्थानीय विधायक ने भी गांव का दौरा कर परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने ट्वीट कर घटना पर दुख जताया और कहा, “सागर में हुई इस दुखद घटना ने मन को व्यथित किया है। मैंने अधिकारियों को त्वरित जांच और प्रभावित परिवार को सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं।”
स्थानीय समुदाय में शोक की लहर:
घटना के बाद तिहार गांव में शोक और आक्रोश का माहौल है।। ग्रामीण इस बात से स्तब्ध हैं कि एक सामान्य परिवार ने इतना बड़ा कदम कैसे उठा लिया।। एक पड़ोसी ने कहा, “वह परिवार बहुत शांत स्वभाव का था।। हमें समझ नहीं आ रहा कि आखिर ऐसी क्या मजबूरी थी कि उन्होंने यह रास्ता चुना।।”
पिछले मामलों की याद:
यह घटना दिल्ली के बुराड़ी में 2018 में हुई 11 लोगों की सामूहिक आत्महत्या की याद दिलाती है, जहां एक परिवार ने धार्मिक अनुष्ठान के नाम पर आत्महत्या कर ली थी।। सागर की इस घटना में भी पुलिस यह जांच कर रही है कि कहीं कोई धार्मिक या अंधविश्वास से जुड़ा पहलू तो नहीं।।
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न दें और जांच में सहयोग करें।। इस बीच, यह घटना सामाजिक और आर्थिक दबावों से उपजी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं पर गंभीर सवाल खड़े करती है
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सागर, मध्य प्रदेश का इतिहास क्या है?
सागर क्षेत्र को सबसे पहले बुंदेलखंड के राजनीतिक मामलों के अधीक्षक के अधीन रखा गया था। बाद में, 1820 में, सागर और नेरबुड्डा क्षेत्र कहलाने वाले इस क्षेत्र को गवर्नर-जनरल के एजेंट के प्रशासन के अधीन रखा गया। जब 1835 में उत्तर-पश्चिमी प्रांत का गठन किया गया, तो सागर और नेरबुड्डा क्षेत्र को इस प्रांत में शामिल कर लिया गया।