Samajwadi Party ने 3 बागी विधायकों को निकाला बाहर
उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर बड़ा उलटफेर देखने को मिला है। Samajwadi Party ने राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले तीन बागी विधायकों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने इस निर्णय को “अनुशासन और निष्ठा की परीक्षा” बताया है।
कौन हैं ये बागी विधायक?
सूत्रों के मुताबिक, इन तीनों विधायकों ने हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान पार्टी लाइन से हटकर दूसरे दल के उम्मीदवारों को वोट दिया था।
इन विधायकों के नाम हैं:
- विधायक A (जिला – ___)
- विधायक B (जिला – ___)
- विधायक C (जिला – ___)
(अधिकारिक प्रेस रिलीज में नाम स्पष्ट होने के बाद जोड़े जा सकते हैं)

क्यों लिया गया ये कदम?
- पार्टी ने कहा कि यह निर्णय पार्टी की गरिमा और अनुशासन बनाए रखने के लिए लिया गया है।
- राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग को पार्टी ने विश्वासघात माना है।
- पार्टी नेतृत्व के अनुसार, यह कृत्य पार्टी के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है।
Akhilesh Yadav का बयान
अखिलेश यादव ने कहा:
“जो लोग विचारधारा से भटकते हैं, उनके लिए पार्टी में कोई स्थान नहीं। हम अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
उन्होंने आगे संकेत दिया कि पार्टी अब आने वाले दिनों में और भी संगठनात्मक सख्ती बरतेगी।
क्या होगा आगे?
- इन विधायकों के विधानसभा में भविष्य को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है।
- यदि इन पर दल-बदल कानून लागू होता है, तो इनकी सदस्यता भी खतरे में पड़ सकती है।
- इससे पहले भी सपा ने कुछ अन्य नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बाहर का रास्ता दिखाया था।

राजनीतिक हलचल तेज
इस घटनाक्रम से यूपी की राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है।
- भाजपा और अन्य दलों की प्रतिक्रियाएं भी जल्द सामने आ सकती हैं।
- राज्यसभा में सपा की स्थिति कमजोर होना तय है।
Samajwadi Party का यह सख्त कदम पार्टी में अनुशासन बनाए रखने की दिशा में एक स्पष्ट संदेश है। यह दिखाता है कि पार्टी नेतृत्व क्रॉस वोटिंग जैसे मामलों में कोई नरमी नहीं बरतेगा। आने वाले समय में उत्तर प्रदेश की राजनीति और भी संघर्षपूर्ण और धारदार हो सकती है।