आईआईटी-एच के 14वें दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को किया संबोधित
संगारेड्डी। केंद्रीय रेल मंत्री (Union Railway Minister) अश्विनी वैष्णव ने तकनीकी परिवर्तन, विशेष रूप से इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और राष्ट्रीय सेमीकंडक्टर मिशन में भारत की तीव्र प्रगति पर प्रकाश डाला। शनिवार को संगारेड्डी जिले के कंडी परिसर में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-हैदराबाद (IIT-H) के 14वें दीक्षांत समारोह के दौरान छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने घोषणा की कि भारत 2025 में अपना पहला व्यावसायिक पैमाने का सेमीकंडक्टर चिप बनाने के लिए तैयार है।
देश भर में छह सेमीकंडक्टर इकाइयां निर्माणाधीन
मंत्री ने बताया कि देश भर में छह सेमीकंडक्टर इकाइयां निर्माणाधीन हैं, जिनमें डिज़ाइन और प्रतिभा विकास पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि छात्रों द्वारा डिज़ाइन किए गए 20 सेमीकंडक्टर चिप्स में से आठ, जिनमें से कई आईआईटी हैदराबाद के हैं, पहले ही सफलतापूर्वक तैयार हो चुके हैं। वैष्णव ने भारत के एआई मिशन के बारे में भी बात की और दूरसंचार क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने में हुई प्रगति का विस्तृत विवरण दिया। उन्होंने बताया कि भारत ने मात्र साढ़े तीन वर्षों में अपना स्वयं का 4जी प्रौद्योगिकी स्टैक विकसित कर लिया है, जिसे 5जी में अपग्रेड किया जा सकता है।
भारत की स्वचालित रेल सुरक्षा प्रणाली कवच के स्वदेशी नवाचार पर डाला प्रकाश
रेलवे आधुनिकीकरण पर उन्होंने हैदराबाद में विकसित भारत की स्वचालित रेल सुरक्षा प्रणाली कवच के स्वदेशी नवाचार पर प्रकाश डाला, जिसे अब पूरे राष्ट्रीय रेल नेटवर्क में लागू किया जा रहा है। समारोह में कुल 1,273 डिग्रियाँ प्रदान की गईं, जिनमें 134 पीएचडी डिग्रियाँ शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि एमटेक स्नातकों की संख्या बीटेक उत्तीर्ण छात्रों से अधिक थी। जहाँ एकीकृत पाठ्यक्रमों सहित 511 एमटेक छात्रों को डिग्रियाँ प्राप्त हुईं, वहीं इस वर्ष 460 बीटेक छात्र स्नातक हुए। चार छात्रों को शैक्षणिक उत्कृष्टता के लिए स्वर्ण पदक और 44 अन्य को रजत पदक प्रदान किए गए। मेदक के सांसद एम रघुनंदन राव, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के अध्यक्ष बीवीआर मोहन रेड्डी, निदेशक प्रोफेसर बीएस मूर्ति और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

अश्विनी वैष्णव कौन हैं?
वह भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं, जिनके पास रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों की जिम्मेदारी है। वे एक पूर्व आईएएस अधिकारी हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाते हैं।
अश्विनी वैष्णव ओडिशा से है?
हाँ, अश्विनी वैष्णव ओडिशा से राज्यसभा सदस्य हैं। हालांकि वह मूल रूप से राजस्थान के हैं, लेकिन भाजपा ने उन्हें ओडिशा से राज्यसभा भेजा। ओडिशा में उनकी लोकप्रियता और कार्यशैली को काफी सराहा जाता है।
अश्विनी वैष्णव से पहले भारतीय रेल मंत्री कौन थे?
वैष्णव से पहले पीयूष गोयल भारतीय रेल मंत्री थे। उन्होंने 2017 से 2021 तक रेल मंत्रालय का कार्यभार संभाला। पीयूष गोयल के कार्यकाल में कई रेल सुधार और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को तेज़ी से बढ़ावा मिला।
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