आप नेता संजय सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी गैर जरूरी बातों पर चर्चा करके देश के आम लोगों की तकलीफों, महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी समेत सभी असली मुद्दों को दबाना चाहती है.
दिल्ली आम आदमी पार्टी ने मुगल शासकों के नाम से जानी जाने वाली सड़कों और इमारतों के नाम बदलने के मुद्दे पर बीजेपी पर तीखा हमला बोला है. आप के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय सिंह ने कहा कि एक तरफ बीजेपी के केंद्रीय मंत्री सड़कों से मुगल शासकों के नाम बदल रहे हैं और दूसरी तरफ पीएम मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति को ताजमहल दिखा रहे हैं. आजादी के बाद देश में जितने प्रधानमंत्री हुए, वो सभी 15 अगस्त को मुगल शासक के बनाए लालकिला पर जाकर भाषण देते हैं.
उन्होंने कहा, “बीजेपी गैर जरूरी बातों पर चर्चा करके देश के आम लोगों की तकलीफों, महंगाई, गरीबी और बेरोजगारी समेत सभी असली मुद्दों को दबाना चाहती है. पिछले पांच महीने में देश के आम लोगों के शेयर मार्केट में 94 लाख करोड़ डूब गए. अमीर-गरीब के बीच खाई बढ़ गई, लेकिन बीजेपी इस पर कोई चर्चा करना नहीं चाहती है. केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर ने तुगलक लेन स्थित अपने घर के नेम प्लेट का नाम बदलकर विवेकानंद मार्ग रख लिया है, तो अच्छी बात है.”
‘कब तोड़ेंगे ताजमहल’
उन्होंने कहा, इसका मतलब यह है कि कृष्ण पाल गुर्जर अपनी देशभक्ति प्रदर्शित करना चाहते हैं. उन्होंने मुगल काल के क्रूर शासकों के खिलाफ आवाज उठाई, लेकिन पीएम मोदी का दूसरा पक्ष यह है कि जब अमेरिका से उनके दोस्त डोनाल्ड ट्रंप भारत आते हैं तो पीएम उनको ताजमहल देखने के लिए भेजते हैं. मुगल शासक शाहजहां ने ताजमहल को बनवाया था. ओबामा को भी ताजमहल देखने के लिए भेजते हैं. ट्रूडो समेत जितने भी राष्ट्रपति भारत आते हैं, उनको पीएम मोदी ताजमहल दिखाते हैं. कृष्णपाल गुर्जर बता दें कि कब उसको तोड़ना है. हम भी फावड़ा लेकर उनके साथ चलेंगे.”
संजय सिंह ने आगे कहा, “लालकिला को भी मुगल शासक शाहजहां ने बनवाया था. भारत के सभी प्रधानमंत्री 15 अगस्त को लाल किला पर जाकर भाषण देते हैं. आज भारत आजाद है और भारत में हिन्दुस्तानियों की सरकार है. इस देश की परिधि में जितनी भी चीजें हैं, वह हिन्दुस्तान के लोगों की हैं. दिल्ली में ही भारत के वायसराय लार्ड हॉर्डिंग की पत्नी के नाम पर लेडी हॉर्डिंग अस्पताल बना है. अंग्रेजों ने 200 साल तक हिन्दुस्तान को गुलाम बनाकर रखा. अंग्रेजों ने शहीद भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरू, असफाक उल्ला, रोशन सिंह, राजेंद्र लहरी, खुदी राम बोस, प्रफुल चाकी समेत कइयों को फांसी पर चढ़ा दी.”
अंग्रेजों की क्रूरता पर बीजेपी नहीं बोलती- संजय सिंह
उन्होंने ये भी कहा, “हिन्दुस्तान के लाखों क्रांतिकारियों को जेल में भरकर सड़ाते हैं, जिनके शासनकाल में जलियावाला कांड हुआ, उन अंग्रेजों की क्रूरता पर बीजेपी का एक भी नेता नहीं बोलता है, क्योंकि इनके पुरखे अंग्रेजों के दलाल थे.”
संजय सिंह ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, “आरएसएस के लोगों ने अंग्रेजों की दलाली की है, तिरंगे झंडे को अशुभ बताया है. मैं चाहता हूं कि हिन्दुस्तान के अंदर जितने भी मुगलकाल के शासक हैं, उन पर खुली चर्चा हो. आरएसएस के लोगों ने आजादी के आंदोलन में गद्दारी की है, तिरंगे झंडे का विरोध किया है, उस पर भी खुली चर्चा हो.”
संजय सिंह ने कहा, “श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अंग्रेज गवर्नर को चिट्ठी लिखी है और कहा है कि भारत छोड़ो आंदोलन को कुचल देना चाहिए. इस पर भी चर्चा होनी चाहिए. बीजेपी वाले देशभक्ति पर बात करेंगे, जिनके संगठन का निर्माण ही देश के साथ गद्दारी करने के लिए हुआ. आज गद्दारों की फौज देशभक्ति पर बात करेगी. बीजेपी मुगल शासकों की जितनी भी निशानी मिटानी चाहती है, मिटाए, लेकिन फिर ताजमहल दिखाने का ड्रामा भी न करें. बीजेपी यह ड्रामा बंद करे.”