अस्पताल से सीधे क्रिकेट मैदान पहुंचे
भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन(Sanju Samson) ने अपनी जुझारूपन से सबका दिल जीत लिया। वायरल बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती रहने के बावजूद वे केरल(Kerala) क्रिकेट लीग में अपनी टीम कोच्चि ब्लू टाइगर्स के लिए मैदान पर उतरे। ग्रीनफील्ड अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में हुए इस मैच में उन्होंने शानदार फील्डिंग कर सभी को प्रभावित किया।
बीमारी के बावजूद मैदान पर हाजिरी
गुरुवार दोपहर तीन बजे तक संजू अस्पताल में भर्ती थे और शाम को मैच में शामिल हो गए। उनकी पत्नी ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें उनके हाथ पर ड्रिप लगी हुई नजर आई। हालांकि संजू सलामी बल्लेबाज के तौर पर उतरते हैं, मगर इस बार टीम को मिले छोटे लक्ष्य के कारण उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला।
संजू(Sanju Samson) ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी नहीं निभाई, लेकिन फील्डिंग में अपनी फुर्ती से योगदान दिया। उन्होंने रन आउट और एक शानदार कैच लेकर दर्शकों को रोमांचित कर दिया। उनकी इस जुझारूपन ने प्रशंसकों के बीच उन्हें और लोकप्रिय बना दिया है।
भाई सैली विश्वनाथ की दमदार पारी
इस मुकाबले में अडानी त्रिवेंद्रम रॉयल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 97 रन बनाए। टाइगर्स की ओर से अखिन सथर और मुहम्मद अशिक ने तीन-तीन विकेट झटके।
लक्ष्य का पीछा करते हुए कोच्चि ब्लू टाइगर्स ने 12वें ओवर में ही मैच जीत लिया। संजू के भाई सैली विश्वनाथ(Salli Viswanath) ने केवल 30 गेंदों में नाबाद 50 रन ठोक डाले। उनकी पारी में 5 चौके और 3 छक्के शामिल रहे, जिससे टीम को 8 विकेट से आसान जीत हासिल हुई।
संजू सैमसन अस्पताल से क्यों पहुंचे मैदान?
संजू सैमसन(Sanju Samson) वायरल बुखार से जूझ रहे थे, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी टीम के लिए मैदान पर उतरने का फैसला किया और फील्डिंग में सक्रिय भूमिका निभाई।
इस मैच में संजू का प्रदर्शन कैसा रहा?
उन्होंने विकेटकीपिंग नहीं की, लेकिन एक रन आउट और शानदार कैच लेकर अपनी फिटनेस और जज्बे का सबूत दिया। उनकी मौजूदगी ने टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया।
सैली विश्वनाथ की पारी क्यों रही खास?
सैली विश्वनाथ ने महज 30 गेंदों पर नाबाद 50 रन बनाए। उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से कोच्चि ब्लू टाइगर्स ने लक्ष्य आसानी से हासिल कर जीत दर्ज की।
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